प्रधानमंत्री से सीधी टक्कर लेने के लिए केजरीवाल ने कसी कमर, इस मास्टर प्लान से लूटेंगे मोदी का घर

दिल्ली के बाहर चुनावी लड़ाईनई दिल्ली। आम आदमी पार्टी एक बार फिर से दिल्ली के बाहर चुनावी लड़ाई के लिए कमर कस रही है। इस बार पार्टी कहीं और नही बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के गढ़ में विधान सभा चुनाव लड़ने जा रही है। इस चुनाव के जरिए ‘आप’ अपने सियासी रसूख को गुजरात तक पहुँचाने की पुरज़ोर कोशिश करेगी। ख़बरों के मुताबिक आम आदमी पार्टी गुजरात में कुछ चुनिंदा सीटों पर ही चुनाव लड़ सकती है।

वहीं गुजरात चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के चुनावी नारे आने के बाद अब आम आदमी पार्टी ने भी अपना नारा दे दिया है, जोकि “गुजरात का संकल्प, आप ही खरा विकल्प” के थीम पर आधारित होगा। इसके अलावा पार्टी का एक और नारा ‘एक मौका आप को फिर देखो गुजरात को’ यह भी जारी रहेगा।

पार्टी के गुजरात प्रमुख गोपाल राय इस समय राज्य में ही हैं, जिसे चुनावी रणनीति के तहत देखा जा रहा है। बता दें कि गोपाल इस विषय को लेकर स्थानीय नेताओं से लगातार चर्चा कर रहे हैं। साथ ही साथ कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श भी कर रहे हैं।

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उम्मीदवारों के लिए ‘आप’ ने रखी तीन शर्तें

पार्टी इस बार किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहती है। इसीलिए हाई कमान ने कैंडिडेट्स के लिए कुछ शर्तें रखीं हैं। जोकि इस प्रकार हैं- उमीदवार पर कोई भी भ्रष्टाचार का आरोप नही होना चाहिए, दूसरा, उसकी छवि साफ़ सुथरी होनी चाहिए और आखिरी शर्त में पार्टी ने कहा कि उम्मीद्वार को सक्षम होना चाहिए जिससे वह विरोधी दल के कैंडिडेट को कड़ी टक्कर दे सकें।

चुनाव में जानें का कारण

पुरानी कहावत है कि ‘दूध का जला छांछ भी फूंक-फूंक कर पीता है’ इसीलिए पार्टी इस बार पंजाब जैसी गलती को दोबारा नहीं दोहराना चाहती है। इसी कारण पार्टी आलाकमान ने गुजरात चुनाव में कुछ चुनिन्दा सीटों पर ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

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बता दें कि पार्टी ने पंजाब चुनाव के दौरान दावा किया था कि वह पंजाब विधानसभा की सभी सीटों पर कब्जा कर लेगी, लेकिन आम आदमी पार्टी को मात्र 20 सीटें ही मिली थीं। जिसे देखते हुए पार्टी इस बार सतर्क है।

इन चुनी हुई सीटों पर जीत या हार से साफ़ हो जायेगा कि पार्टी पर जनता को कितना भरोसा है। इस आंकलन के बल-बूते पार्टी को आगे के चुनाव में भी अपनी रणनीति तैयार करने में आसानी हो जाएगी। हालांकि अब भी पार्टी ने ये साफ नहीं किया है कि वो कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी।

बता दें 17 सितम्बर को आम आदमी पार्टी का रोड शो भी होना है। वहीं पार्टी ने अपना हेल्पलाइन नंबर (7818810810) भी जारी कर दिया है, जिसके तहत लोग पार्टी को सुझाव और फंड दोनों दे सकते हैं। ख़बरों के मुताबिक गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए जीत हासिल करना काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।

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बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य होने के साथ-साथ यहां पार्टी की स्तिथि भी मज़बूत है। ऐसे में आम आदमी पार्टी के लिए यहां चुनावी जंग आसान नहीं होगी। राज्य में फिलहाल भाजपा की सरकार है।

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