चुनाव से पहले बाबाओं में जुबानी जंग, नेताओं में चले आरोपों के तीर

भोपाल| मध्यप्रदेश पर धीरे-धीरे सियासी रंग चढ़ने लगा है, हर तरफ चुनाव को लेकर खींचतान मची है। आलम यह है कि साधु-संत तक आमने सामने आ गए हैं और नेताओं के आरोपों के तीर जोरों से चलने लगे हैं।

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कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने एक दूसरे पर जमकर हमले बोले। किसी ने दिग्विजय काल की याद दिलाकर हमले बोले तो किसी के हाथ नर्मदा नदी, व्यापमं, डंपर घोटाला रहा। इसके अलावा बाबा भी आपस में भिड़ने में पीछे नहीं रहे।

राज्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके कंप्यूटर बाबा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर हमले बोले। उनका आरोप था कि शिवराज के संरक्षण में नर्मदा में अवैध खनन चल रहा है, तो दूसरी ओर गौ संवर्धन बोर्ड के प्रमुख स्वामी अखिलेश्वरानंद ने शिवराज का बचाव करते हुए कहा कि नर्मदा के संरक्षण और गौ संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री ने बहुत काम किया है। इस बहस में शामिल स्वामी नेमिनानंद ने संतों से आग्रह किया कि वे राजनेताओं जैसे न भिड़ें, क्योंकि संत को मर्यादा में रहना चाहिए।

राहुल गांधी द्वारा शिवराज को ‘घोषणा मशीन’ कहे जाने के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, “राहुल गांधी स्वयं फन मशीन हैं। जहां तक मेरी घोषणाओं का सवाल है, घोषणाएं वही व्यक्ति कर सकता है जिसके अंदर विकास की तड़प हो, जिसमें जुनून-जज्बा हो।”

शिवराज ने आगे कहा कि उन्होंने नर्मदा नदी का पानी क्षिप्रा नदी में लाने का अभियान शुय किया तो दिग्विजय सिंह ने उसे असंभव कहा था, मगर मेरे लिए असंभव षब्द नहीं है, यही कारण है कि नर्मदा का पानी अन्य नदियों में भी छोड़ा जा रहा है। राज्य में सड़कों का जाल बिछ गया है, सिंचाई का रकबा बढ़ गया है।

राफेल आरोपों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही कांग्रेस : राजनाथ

कांग्रेस के शासनकाल का जिक्र करते हुए चौहान ने कहा कि जब उन्हें सत्ता मिली थी, तब लोगों को दो से तीन घंटे बिजली मिलती थी, सड़कें गड्ढों में बदल गई थी, आज हालात बदल गए हैं।

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