बच्चे को अपना नाम देने के लिए पति ने रखी शर्त, भाई से संबंध बनाने का डाल रहा दबाव

रिपोर्ट- विजय कुमार

मुज़फ्फरनगर। पति द्वारा अपनी पत्नी को विदेश से मोबाइल पर वीडियो कॉल पर तलाक़ देने के बाद जबरन पत्नी से जिस्मानी संबंध बनाया। बाद में जब युवती गर्भवती हो गयी तो मौलवी से फतवा लेकर आरोपी पति ने अपने भाई के साथ पीड़िता को हलाला करने का मामला प्रकाश में आया है।

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जब पीड़िता ने हलाला करने का  विरोध किया तो आरोपी पति द्वारा अपने पत्नी को नंगा कर बेल्ट से पीट-पीट कर ना सिर्फ पीड़ित युवती को शारीरिक यातनाये दी बल्कि उसे उस राह पर खड़ा कर दिया जहां वो अपने पति के बच्चे की मां तो बनने वाली है मगर उसे अब अपने बच्चे को उसके पिता का नाम देने के लिए अपने पति के भाई से जिस्मानी संबंध बनाने होंगे।

दरअसल मामला उत्तर प्रदेश के  मुज़फ्फरनगर जनपद के थाना शहर कोतवाली क्षेत्र के सुजडू गांव का है जहां आर्थिक तंगी से जूझ रहे मजदूर इदरीस ने अपने बेटी नुसरत जहां का निकाह 7 दिसंबर 2017 को मुज़फ्फरनगर के थाना नई मंडी क्षेत्र के कुकड़ा निवासी महबूब खान से की थी तीन बेटियों के पिता इदरीस अपनी माली हालत ख़राब होने के कारण बेटी को रुखसत के समय दान दहेज़ नहीं दे पाए थे। जिस कारन नुसरत को उसके पति और ससुराल पक्ष के लोग आये दिन परेशान करने लगे।

शादी के एक माह बाद नुसरत के शोहर महबूब खान काम के सिलसिले में क़तर चले गए और फिर कुछ दिनों बाद क़तर से फ़्रांस चले गए। पति के विदेश जाने के बाद नुसरत के ससुराल वाले आये दिन उसके साथ मारपीट करने लगे। जब नुसरत ने अपने ऊपर हो रहे जुल्मो की जानकारी अपने पति को दी तो उल्टा उसके शोहर ने 25 जुलाई 2018 को अपनी पत्नी नुसरत को फ़्रांस से वीडियो कॉलिंग की और कहा की में तुझे तलाक़ दे रहा हूँ तलाक़ तलाक़ तलाक़।

9 अगस्त 2018 को महबूब खान फ़्रांस से वापस अपने घर आ गया और जिस पत्नी को वो तलाक़ दे चूका था उससे जबरन जिस्मानी संबंध बना लिए जिसके कुछ दिनों बाद नुसरत गर्भवती हो गयी। पत्नी को वापस पाने की चाह में महबूब खान पटना को लेकर मुज़फ्फरनगर के बिलासपुर मदरसे में ले गया और वहां के मौलवी साहब से पत्नी को वापस पाने के लिए फतवे में राय मांगी जिसमे मौलवी साहब ने फ़रमाया की शौहर ने मोबाइल पर अपनी पत्नी को तलाक़ दिया है और अभी इद्दत पूरी नहीं हुई थी की दोनों दौरान ए इद्दत ही हम बिस्तर हो गए जिससे हमल करार पा गया।

तलाक़ के बाद शोहर के लिए बीवी हराम हो जाती है और शोहर ने बिना इद्दत के बीवी से संबंध बनाये जो की एक बड़ा गुनाह है।  इस संबंध के बाद जो बच्चा पैदा होगा वो साबित उल नसब ही कहलायेगा नुसरत जहां और महबूब खान ही उस बच्चे के माँ बाप होंगे।  और अगर अब दोनों शोहर बीवी की तरह रहना चाहते है तो उसके लिए हलाला जरुरी होगा उसकी शक्ल ये है की बच्चे के जन्म पर ये तीन तलाक की इद्दत पूरी होगी और नुसरत जहां की किसी गैर मर्द से हम बिस्तरी कराइ जाये और फिर जब वो मर्द अपनी मर्जी से तलाक़ देगा तो नुसरत जहां को इद्दत पूरी करनी होगी उसके बाद अपने पहले शौहर महबूब खान से निकाह जायज कहलायेगा।

मौलवी से फतवा लेने के बाद नुसरत जहां का पति महबूब खान अपनी पत्नी पर अपने भाई के साथ हलाला करने का दबाव बनाने लगा जो नुसरत को मंजूर नहीं था।  और वो किसी तरह अपने घर चली आयी और पूरी जानकारी अपने परिवार को दी। नुसरत की माने तो उसे उस जुर्म की सजा दी जा रही जो उसने किया ही नहीं क्योंकि ना ही तो उसने अपने पति को तलाक़ दिया और ना ही वो पति द्वारा तलाक़ देने के बाद  पति द्वारा जबरन संबंध बनाये जाने में उसकी मर्जी थी। इस लिए वो इंसाफ चाहती है की उसे न्याय मिले और उसके पति और ससुराल वालो के खिलाफ।

जिन लोगो ने ना सिर्फ उस पर जुल्म किये बल्कि उसे उस दोराहे पर खड़ा कर दिया जहां ना वो पति के हो सकती है और ना ही अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को पिता का नाम दे सकती है। लाचार परेशान पीड़ित नुसरत और उसके परिवार वालो ने पुलिस से इंसाफ की गुहार लगायी है जिसमे नुसरत ने अपने पति ,देवर , नन्दोई और सास पर शारीरिक और मानसिक यातनाये देने का जिक्र किया है लेकिन पुलिस ने अभी तक आरोपियों के खिलाड़ कोई कार्यवाही नहीं की बल्कि उल्टा पीड़िता और उसके परिजनों पर मुलादमा दर्ज कर दिया।

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वहीं इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार का कहना है की अभी तक ये मामला मेरे संज्ञान में नहीं था मीडिया के माध्यम से जानकारी हुई है। पीड़िता की शिकायत पर पुरे मामले की जाँच कराइ जाएगी और जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

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