भारत-पाक में तनातनी, उच्चायुक्त सुहैल महमूद की हुई घर वापसी

इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सरकार द्वारा एक नए आरोप के तहत भारत में नियुक्त किए गये अपने उच्चायुक्त को वापस पाकिस्तान बुला लिया गया है. हाल ही में भारत और पाकिस्तान दोनों ने ही नए उच्चायुक्तों की नियुक्ति की थी. पाकिस्तान की ओर से सुहैल महमूद को भारत में उच्चायुक्त नियुक्त किया गया था लेकिन उच्चायोग के अधिकारियों और उनके परिवारों के कथित उत्पीड़न के मुद्दे पर अपने राजनयिकों को दिल्ली से वापस बुला लिया है.उच्चायुक्त

इससे पहले पाकिस्‍तान ने  भारतीय उपउच्चायुक्त जेपी सिंह को तलब किया था और कहा कि इस तरह की निंदनीय घटनाएं विदेशी राजनयिकों को संरक्षण देने में भारत सरकार की  कमजोर इच्छाशक्ति  दर्शाती है.

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पाकिस्‍तान ने भारत में तैनात उच्‍चयुक्‍त सुहैल महमूद को पहले बातीचत के लिए बुलाया और फिर उनसे देश वापस लौटने के लिए कहा है. इस मामले में पाकिस्तान विदेश कार्यालय (एफओ) ने बयान में कहा था कि महानिदेशक (दक्षिण एशिया एवं दक्षेस) मोहम्मद फैसल ने सिंह को तलब किया था और‘‘ नयी दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों और परिवारों के साथ दुर्व्यवहार पर कड़ा विरोध जताया था.

फैसल ने कहा था कि वियना संधि के तहत, पाकिस्तानी राजनयिकों तथा उनके परिवारों की सुरक्षा भारत सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा, ‘‘इन निंदनीय घटनाओं को रोकने, यहां तक कि बच्चों को नहीं बख्शने में भारत सरकार की पूर्ण उदासीनता और नाकामी हुई है. भारत में तैनात विदेशी राजनयिकों की सुरक्षा की क्षमता में कमी या ज्यादा निंदनीय ऐसा करने में कमजोर सहभागिता दर्शाती है.

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जारी किए गए बयान में कहा गया कि ये घटनाएं बीते कुछ दिन में तेजी से बढी हैं. इसमें कहा गया कि यह जानबूझकर गुंडागर्दी केवल एक घटना से जुड़ी नहीं है बल्कि इसकी कई घटनाएं हुई हैं जिसमें विशेष रूप से अधिकारियों तथा स्टाफ के बच्चों को निशाना बनाया गया है.

पाकिस्तान से एफओ द्वारा कहा गया कि नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों, कर्मचारियों और ज्यादा सोचने की बात यह है कि परिवार और बच्चे देश की एजेंसियों से गहन उत्पीड़न, धमकी और स्पष्ट हिंसा का निरंतर सामना कर रहे हैं.

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