उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। 11 जून 2025 को कई जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है, खासकर पश्चिमी यूपी और बुंदेलखंड में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 17 जिलों में लू का अलर्ट जारी किया है, जबकि स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को हीटवेव मरीजों के लिए विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। पूर्वी यूपी में 11-12 जून को हल्की बारिश से मामूली राहत मिलने की उम्मीद है।

तापमान और प्रभावित जिले
मंगलवार, 10 जून को झांसी में पारा 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो राज्य में सबसे गर्म रहा। उरई (45.2°C), आगरा (45.1°C), बांदा (44.8°C), कानपुर देहात (44.6°C), और हमीरपुर (44.6°C) में भी भीषण गर्मी दर्ज की गई। अन्य जिलों जैसे प्रयागराज (44.3°C), कानपुर शहर (43.9°C), इटावा (43.4°C), अलीगढ़, वाराणसी, और बलिया में तापमान 43 डिग्री से अधिक रहा। लखनऊ में 42.2°C के साथ गर्म हवाओं ने लोगों को परेशान किया।
IMD ने बुधवार को पश्चिमी यूपी और बुंदेलखंड के 17 जिलों—बांदा, चित्रकूट, कानपुर देहात, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, और ललितपुर—में लू की चेतावनी जारी की है। इन इलाकों में दिन और रात दोनों सामान्य से अधिक गर्म रहेंगे।
पूर्वी यूपी में राहत के संकेत
लखनऊ के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से नमी के प्रभाव से पूर्वी यूपी में 11-12 जून को गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, जिससे वाराणसी, चंदौली, बलिया, और अन्य पूर्वांचल जिलों में मामूली राहत मिल सकती है। हालांकि, पश्चिमी यूपी और बुंदेलखंड में अगले दो दिनों तक लू और गर्म हवाओं का प्रकोप जारी रहेगा।
स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट
हीटवेव के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि:
- हीटवेव मरीजों के लिए कूलिंग वार्ड तैयार रखे जाएं।
- दवाइयों, जांच, और उपचार की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- अन्य वार्डों में कूलर, पंखे, और एसी नियमित रूप से चलाए जाएं।
- बिजली गुल होने पर जनरेटर की सुविधा उपलब्ध हो।
विभाग ने लोगों से अपील की है कि लू से बचने के लिए सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक बाहर निकलने से बचें, हल्के रंग के कपड़े पहनें, और पर्याप्त पानी पिएं। लू के लक्षण (जैसे चक्कर आना, उल्टी, सिरदर्द, या शरीर का तापमान 40°C से अधिक) दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं या 108 नंबर पर एम्बुलेंस बुलाएं।
गर्मी का प्रभाव और चुनौतियां
- लखनऊ: 42.2°C के साथ गर्म हवाओं ने जनजीवन प्रभावित किया। बिजली संकट ने स्थिति को और गंभीर बना दिया, क्योंकि कई इलाकों में केबल और ट्रांसफार्मर जलने से रातभर बिजली गुल रही।
- प्रयागराज: 10 जून को 44.3°C के साथ पिछले तीन साल का सबसे गर्म दिन रहा।
- बुंदेलखंड: झांसी, बांदा, और हमीरपुर में तापमान 45°C से ऊपर रहा, जिससे सुबह 9 बजे के बाद बाहर निकलना मुश्किल हो गया।
- पश्चिमी यूपी: आगरा, मथुरा, और अलीगढ़ में गर्म हवाएं और धूप ने लोगों को घरों में रहने को मजबूर किया।
पिछले साल जून में गर्मी से यूपी में 33 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें बांदा, कानपुर देहात, और हमीरपुर जैसे जिले शामिल थे। इस बार स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन पहले से सतर्क है।