
चक्रवात मोंथा के प्रभाव से लखनऊ सहित आसपास के जिलों में मौसम ने करवट ली और तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। बृहस्पतिवार को दिन का अधिकतम पारा 6.5 डिग्री लुढ़ककर 23.9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो पिछले दस वर्षों में अक्टूबर महीने का सबसे कम तापमान है।
इससे पहले 2015 में अक्टूबर में 23.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। तड़के शुरू हुई रिमझिम बारिश और झोंकेदार हवाओं ने पूरे दिन मौसम को सुहाना लेकिन ठंडा बना दिया। शाम तक शहर में 22.9 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई जो 2022 के 65.5 मिलीमीटर के बाद इस महीने की अच्छी खासी वर्षा है। बुधवार रात से शुरू हुई बूंदाबांदी बृहस्पतिवार को तेज बारिश में बदल गई और कभी धीमी तो कभी तेज होती रही।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को भी बूंदाबांदी के आसार हैं लेकिन मोंथा का असर रात तक कमजोर पड़ जाएगा। एक नवंबर से मौसम साफ होने के संकेत हैं और शनिवार से दिन के पारे में फिर बढ़ोतरी होगी। दिन भर बारिश से कामकाज पर निकले लोगों को छतरी व रेनकोट के साथ गर्म कपड़ों की जरूरत पड़ी। पारे की गिरावट इतनी कि दिन और रात के तापमान में महज 1.1 डिग्री का फर्क रह गया। शाम में बारिश थमने पर लोग सुहाने मौसम का लुत्फ उठाने सैर पर निकले।
बारिश ने हवा को धुलकर साफ कर दिया। शहर के सभी छह वायु गुणवत्ता मापक स्टेशनों पर एक्यूआई हरे जोन में रहा। औसत एक्यूआई 68 रहा जबकि गोमती नगर में 34 के साथ गहरा हरा जोन दर्ज हुआ। अन्य स्टेशन जैसे बीबीएयू 65, कुकरैल 58, अलीगंज 78, तालकटोरा 82 और लालबाग 88 पर हरा जोन रहा जो सेहत के लिए अच्छा है।
अक्टूबर में अब तक के सबसे ठंडे दिनों में 1972 में 21.3, 1977 में 21.8, 1985 में 23.8, 2014 में 22.5, 2015 में 23.3 और 2025 में 23.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
 
 





