भ्रष्टाचार को चरम पर पहुंचा रहे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, सरकार का भी नहीं है डर

रिपोर्ट दिलीप

फर्रुखाबाद| प्रदेश की योगी सरकार स्वास्थ व्यवस्था सुधारने के लिए भले ही लाख कोशिश कर ले लेकिन स्वास्थ महकमे के अधिकारी हैं, जो सुधरने का नाम नहीं ले रहे। अब स्वास्थ्य  विभाग के कर्मचारी ही नहीं जिले के प्रमुख अधिकारी भी  सरकार की साख पर बट्टा लगाने में कोई  कसर नहीं छोड़ रहे है।

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मामला फर्रुखाबाद जनपद के सीएमओ अरुण कुमार उपाध्याय का है, जो अपने मातहतों को रोकने के बजाय खुद ही अपने विभाग की साख पर बट्टा लगाने में जुटे हैं और जनपद समेत गैर जनपद तक प्राइवेट क्लिनिक चलाने में माहिर सीएमओ अरुण कुमार की सारी हदें  तब पार होती दिखाई दी जब सीएमओ अरुण कुमार का प्राइवेट तौर पर संचालित अस्पताल का विडियो सोशल  मीडिया पर वायरल हो गया।

विडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही स्वास्थ्य विभाग मे हडकंप मच गया।  जिले के सीएमओ फर्रुखाबाद जनपद छोड़ पिछली तैनाती के जिले मैनपुरी में आज भी प्राइवेट तौर पर चला रहे हैं। सीएमओ बदस्तूर आज भी अपने प्राइवेट मरीजो का उपचार खुले आम कर रहे हैं  और जिले में हर रविवार को सीएमओ परिवार सहित छुट्टी लेकर जिले से गायब हो जाते हैं सीएमओ के इस वीडियो से सभी एक तरफ इस बात से हैरान है कि स्वास्थ विभाग के मुखिया का यह हाल है तो स्वास्थ विभाग के अन्य कर्मियों का क्या हाल होगा।

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सीएमओ अरुण कुमार की तैनाती के बाद से  ये जिलाधिकारी से हर रविवार को छुट्टी लेकर पड़ोसी  जनपद मैनपुरी चले जाते है इसकी खबर किसी के पास नहीं थी लेकिन वीडियो वायरल होते  ही जिले के अधिकारियो के कान तब खुले जब पांच अगस्त को पोलियो अभियान का उद्घाटन  कर सीएमओ अरुण कुमार आधे दिन की छुट्टी लेकर पड़ोसी जनपद मैनपुरी चले गए और अपने प्राइवेट अस्पताल का संचालन खुले आम शुरू कर कर दिया। जिला चिकित्सा अधिकारी की करतूत उस पीड़ित मरीज ने अपने कैमरे में कैद कर ली।

वहीँ फर्रुखाबाद जनपद की जिलाधिकारी मोनिका रानी ने वायरल वीडीओ सामने आने के बाद कहा की सीएमओ रविवार  को अवकाश पर थे। अब वीडीओ के आधार पर जानकारी लेकर कार्यवाही के लिए पत्र प्रेषत किया जायेगा और प्राइवेट तौर प्रैक्टिस किसी भी स्थिति में मान्य नहीं है।

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