Exclusive: लाइव टुडे दफ्तर पहुंची पीड़िता, कहा- गायत्री प्रजापति के बेटे ने किया रेप

लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी में कानून का राज कायम करने के दावे करते हैं वहीं, यूपी पुलिस उनके दावों की धज्जियां उड़ा रही है. गैंगरेप का एक आरोपी एफआईआर होने के बावजूद खुलेआम घूम रहा है. वजह ये है कि वो एक रसूखदार बाप का बेटा है.

यूपी में कानून

हम बात कर रहे हैं गैंगरेप के आरोप में जेल काट रहे पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के बेटे अनिल प्रजापति की. अनिल प्रजापति और उसके दो साथियों पर अमेठी में गैंगरेप का मामला दर्ज हुआ है. मामला और भी संगीन इसलिए है कि पीड़िता नाबालिग है. पीड़िता ने लाइव टुडे से इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई.

यूपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त?

फिलहाल पीड़िता न सिर्फ सदमे में है बल्कि बेहद डरी हुई है. कारण ये है कि पुलिस इस मामले में उसे इंसाफ दिलाने की जगह लीपापोती करने में जुटी है.

पीड़िता के मुताबिक, एक महिला पुलिसकर्मी ने उसे डराया धमकाया कि मामले को तूल दिया तो उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे. और तो और सद्गुरू उर्फ पप्पू नाम का आरोपी पुलिस की गिरफ्त में भी आया लेकिन पूछताछ करने के बाद उसे छोड़ दिया गया. सद्गुरू को गायत्री प्रजापति का बेहद करीबी बताया जाता है.

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मामले में हुई एकआईआर के चार दिन बीत जाने के बाद भी ना तो अमेठी पुलिस और न ही लखनऊ पुलिस ने किसी तरह की कार्रवाई करने की जहमत उठाई है. जाहिर है आरोपी रसूखदार हैं और पीड़िता गरीब इसलिए पुलिस आरोपियों पर हाथ डालने से बच रही है.

लाइव टुडे ने जब ये खबर प्रमुखता से चलाई तो अनिल प्रजापति के सहयोगी ने फोन कर अपना पक्ष रखने की बात कही. सहयोगी ने अनिल प्रजापति को बेकसूर बताते हुए कुछ दस्तावेज भी सौंपे हैं. इसमें अनिल प्रजापति का बोर्डिंग पास और ट्रैवल डिटेल है. इन दस्तावेजों के मुताबिक घटना वाले दिन वो दिल्ली में था.

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लेकिन हमारा सवाल है कि लाइव टुडे को दस्तावेज देने के बजाए अनिल प्रजापति पुलिस के सामने पेश होकर अपनी बेगुनाही साबित क्यों नहीं करता. उसके खिलाफ जब एफआईआर हो चुकी है तो आखिर वो कानून से भाग क्यों रहा है.

 

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