रोहिणी कोर्ट परिसर में वकीलों ने महिला से किया सामूहिक दुष्कर्म

रोहिणी कोर्टनई दिल्ली राजधानी दिल्ली के रोहिणी कोर्ट परिसर में वकील के चैंबर में महिला से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता के साथ दो वकीलों ने दुष्कर्म किया, जबकि एक महिला वकील ने उनका साथ दिया। पीड़िता की शिकायत पर प्रशांत विहार थाना पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म व धमकी के आरोपों में मामला दर्ज कर लिया है। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस कोर्ट परिसर के सीसीटीवी फुटेज आदि की जांच कर रही है।

बता दें कि स्वरूप नगर निवासी पीड़िता (40) का 18 वर्षीय भाई व 16 साल का बेटा एक महिला की हत्या के मामले में नामजद हैं। बेटा किंग्सवे कैंप के बाल सुधार गृह सेवा कुटीर और भाई तिहाड़ में बंद है। बकौल पीड़िता, वह 29 सितंबर को दिन में तीन बजे भाई की जमानत कराने के लिए रोहिणी कोर्ट गई थी। वहां एक महिला वकील अन्य वकील से मिलवाने उसके चैंबर में ले गई। वहां पहले से दो वकील बैठे थे और जमानत कराने के लिए सात हजार रुपये मांगे। महिला ने तीन हजार रुपये दे दिए। इस बीच महिला वकील ने चाय मंगाई जिसे पीने के बाद पीड़िता बेहोश हो गई। होश आने पर उसने पाया कि कपड़े अस्त-व्यस्त थे और अहसास हुआ कि शारीरिक संबंध बनाए गए हैं।

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पीड़िता के अनुसार दोनों वकील वहां से भाग चुके थे, लेकिन महिला वकील मौजूद थी। जब पीड़िता ने एतराज किया तो उसने घर से उठवा लेने की धमकी देते हुए चुप रहने को कहा। इसके बाद महिला वकील उसे कार से लेकर किंग्सवे कैंप आ गई और यह कहते हुए वहां छोड़ कर चली गई कि वह तिहाड़ जेल जाकर उसके भाई के वकालतनामा पर हस्ताक्षर करवाकर आती है।

महिला के एक बेटे का किंग्सवे कैंप के टीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उससे मिलने के बाद वह कैंप चौक आ गई। काफी देर बाद भी महिला वकील नहीं लौटी तो पीड़िता ने वहां कुछ लड़कियों को आपबीती सुनाकर मदद मांगी। लड़कियों ने मामले की सूचना महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर कॉल कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस उसे मुखर्जी नगर थाने लेकर आ गई। चूंकि मामला प्रशांत विहार थाने का था। ऐसे में वहां की पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल में महिला की मेडिकल जांच कराने के बाद मामला दर्ज कर लिया।

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इस बारे में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला के कोर्ट में धारा-164 के तहत दिए बयान के आधार पर जांच की जा रही है। अब तक आरोपी वकीलों की पहचान नहीं हो सकी है।

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