
लखनऊ। राज्य में गणतंत्र दिवस की धूम धाम के बीच कासगंज में निकाली गई तिरंगा यात्रा के दौरान दो पक्षों के बीच जमकर झड़प हुई थी। इस झड़प ने कुछ ही देर में हिंसा का रूप ले लिया था। इसमें चंदन नाम के युवा की गोली लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद से फैली आग ठंड़ी नहीं हुई है।
हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के परिवार वालों के निशाने पर राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ आ गए हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘योगी मुर्दाबाद’ के नारे भी लगाए गए। साथ ही परिवार वालों की मांग है कि राज्य सरकार चंदन को शहीद का दर्जा दे।
चंदन की शुक्रवार को भड़की हिंसा में मौत हो गई थी। विरोध प्रदर्शन में शामिल चंदन की मां ने कहा कि उनके बेटे को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मामले में ऐक्शन लेना चाहिेए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक इस संबंध में कुछ नहीं किया है। दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि, कासगंज के नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के बिलराम गेट इलाके का है। मोटरसाइकिल सवारों ने तिरंगा यात्रा निकाली थी, जहां दो पक्षों के बीच भड़की हिंसा में कई वाहनों को आग लगा दी गई और जमकर तोड़फोड़ की गई। फिलहाल पूरे इलाके में पुलिस ने कर्फ्यू जैसे हालात हैं। धारा 144 लगी हुई है।
पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा यात्रा निकाल रहे कुछ लोगों पर एक गुट के लोगों ने जमकर पथराव करना शुरू कर दिया। जिसके चलते वहां मौजूद लोगों के बीच झड़प शुरू हो गई और देखते ही देखते हिंसा का अख्तियार कर लिया।
शुक्रवार सुबह विद्यार्थी परिषद एवं हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता बाइक से तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। यह यात्रा मुस्लिम बाहुल्य मुहल्ला हुल्का में पहुंची तो यहां कार्यकर्ताओं ने वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाए। जिस पर समुदाय विशेष के एक युवक ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगा दिया।
दूसरे समुदाय के लोगों ने भी मोर्चा संभाल लिया। घर की छतों से पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। कुछ ही देर में उपद्रवियों ने तहसील रोड पर भी फायरिंग कर दी। जिसमें गोली लगने से गली शिवालय रेलवे रोड निवासी चंदन गुप्ता पुत्र सुशील गुप्ता की मौत हो गई। जबकि युवक प्रिंस एवं नौशाद घायल हो गए। नौशाद को अलीगढ़ रेफर किया गया है।