भारत बंद : सुरक्षा के सारे दावे फेल, आज फिर हिंसा की आग में जल रहे ये राज्य

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा SC-ST एक्ट में हुए बदलाव के खिलाफ दलित समुदायों ने आज एक बार फिर से भारत बंद का ऐलान किया है। इस मौके पर देश भर में फिर से हिंसा की लहर दौड़ गई है। सरकार द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम के दावों के बाद भी देश के कई इलाकों से हिंसा की खबर सामने आ रही है।

भारत बंद

बिहार राज्य में भारत बंद के समर्थन में उतरे उपद्रवियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो वहीँ आरा के आनन्दनगर मुहल्ले में बंद समर्थक और बंद विरोधी समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई और कुछ प्रदर्शनकारियों ने बरौनी पैसेंजर ट्रेन को रोक लिया।

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बता दें कि भारत बंद के मद्देनजर मध्य प्रदेश में 4, उत्तर प्रदेश में 14 कंपनी अर्द्ध सैनिक बलों के साथ अलग-अलग राज्यों में 30 कंपनी अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।

जयपुर में धारा 144 लागू करने के साथ ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं तो मध्य प्रदेश के तीन जिलों में कर्फ्यू की घोषणा की गई है। पश्चिमी यूपी में भी प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

राजधानी भोपाल में जिलाधिकारी ने मंगलवार सुबह छह बजे से निषेधाज्ञा लगाई गई है, जो 24 घंटे प्रभावशाली रहेगी। पांच से ज्यादा व्यक्ति एकजुट होकर धरना, प्रदर्शन नहीं कर सकेंगे। धरना, प्रदर्शन, रैली पर पूरी तरह रोक है, कोई भी व्यक्ति लाठी, डंडा लेकर नहीं निकल सकेगा। विवाह समारोह, बारात, शव यात्रा, सरकारी दफ्तरों, अस्पताल, स्कूल, होटल, निजी संस्थान इससे दूर रहेंगे। बता दें कि दलित समुदायों ने सोशल मीडिया के माध्यम से भारत बंद का ऐलान किया है।

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गौरतलब है कि 2 अप्रैल के दिन दलितों ने आरक्षण एक्ट में हुए बदलाव को लेकर पहली बार प्रदर्शन किया था।  प्रदर्शन ने कई स्थानों पर हिंसा का रूप ले लिया था जिसमें काफी जान-माल की हानि हुई थी।

इन घटनाओं में लगभग 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्‍य घायल हुए थे। बंद का सबसे ज्‍यादा असर मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल जिलों में देखा गया था, जहां कई स्थानों पर भड़की हिंसा में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे।

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