सचिन के रिकॉर्ड के बेहद करीब पहुंचकर कुक ने लिया संन्यास, जानें इसके पीछे की वजह

दुबई। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ लंदन में होने वाले आखिरी टेस्ट मैच के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट जगत से संन्यास ले लेंगे। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कुक के हवाले से लिखा है कि वह घरेलू क्रिकेट में अपने काउंटी क्लब एसेक्स के लिए खेलना जारी रखेंगे।

कुक

कुक ने अब तक 160 टेस्ट मैच में कुल 12254 रन बनाए हैं. टेस्ट में कुक के नाम कुल 32 शतक हैं. कुक के संन्यास लेने से महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के 15921 टेस्ट रनों का रिकॉर्ड बच गया है.

32 वर्षीय कुक सचिन तेंदुलकर के इस रिकॉर्ड को तोड़ने से केवल 3667 रन पीछे थे और संभवतः वह इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ने के प्रबल दावेदार थे, लेकिन उनके संन्यास लेने के बाद शायद ही कोई बल्लेबाज सचिन के इस विराट रिकॉर्ड तक पहुंच पाएगा.

वेबसाइट ‘ईएसपीएन’ की रिपोर्ट के अनुसार, कुक टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे अधिक रन स्कोर करने वाले छठे बल्लेबाज हैं। वह इंग्लैंड के सफलतम बल्लेबाजों में से एक हैं।

भारत के खिलाफ पांच मैचों का टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड ने 3-1 से अजेय बढ़त बना ली है। दोनों टीमों के बीच पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच शुक्रवार से लंदन में खेला जाएगा।

सबसे खास बात यह है कि कुक ने 21 साल की उम्र में 2006 में भारत के खिलाफ ही टेस्ट प्रारूप में पदार्पण किया था। उन्होंने अपने करियर में अब तक 160 टेस्ट मैचों में 12,254 रन बनाए हैं, जिसमें 32 शतक और 56 अर्धशतक शामिल हैं।

इंग्लैंड का कोई भी खिलाड़ी उनके टेस्ट रनों और शतकों के करीब नहीं पहुंचा है।

कुक ने कहा, “पिछले कुछ माह से काफी सोच विचार के बाद मैंने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद अपने संन्यास की घोषणा करने का फैसला लिया है। अपनी टीम के साथी खिलाड़ियों के साथ भविष्य में ड्रेसिंग रूम साझा न करने का विचार जानने के बाद भी मेरे लिए यह फैसला लेना मुश्किल था, लेकिन यही सही समय है।”

उन्होंने कहा, “हालांकि, यह मेरे लिए काफी दुख भरा दिन है। मैं अपने चेहरे पर बड़ी मुस्कान के साथ यह कह सकता हूं, यह जानते हुए कि अब मेरे अंदर कुछ नहीं रह गया है।”

कुक ने अपने एक बयान में कहा, “मैंने अपनी क्षमता और उम्मीद से अधिक उपलब्धि हासिल की है और कई दिग्गजों के साथ इतने लंबे समय तक खेलने का अवसर हासिल कर स्वयं को सौभाग्यशाली भी महसूस करता हूं।”

करीब 59 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड क्रिकेट टीम की कप्तानी करने वाले कुक की फॉर्म ने उन्हें कई बार चेताया भी लेकिन उन्होंने इसके बावजूद पिछले साल वेस्टइंडीज और आस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरे शतक लगाए। इस साल उन्होंने केवल एक ही अर्धशतक लगाया है और उन्हें यह एहसास हो गया है कि यह उनके लिए सही समय है।

उन्होंने कहा, “मैंने अपनी पूरी जिंदगी क्रिकेट से प्यार किया है। मेरे लिए इंग्लैंड टीम की जर्सी पहनना कितना खास है, यह कोई नहीं समझ पाएगा। मैं जानता हूं कि अब युवा क्रिकेट खिलाड़ियों की नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका देने का सही समय है, ताकि वह भी अपने देश के लिए खेलने का गौरव हासिल कर सकें।”

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कुक ने अपने लंबे समय के मेंटर और कोच ग्रेहम गूच की प्रशंसा करते हुए कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से कई लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, लेकिन सबसे खास गूच का धन्यवाद करना चाहता हूं। सात साल की उम्र में मैंने एसेक्स काउंटी क्रिकेट क्लब के बाहर उनके ऑटोग्राफ के लिए खड़ा था और एक साल बाद मुझे उन्हें अपने मेंटर के रूप में देखने का सौभाग्य प्रापत हुआ।”

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इसके अलावा, उनके करियर का समर्थन करने के लिए कुक ने अपने परिवार का आभार भी जताया।

देखें वीडियो:-

https://youtu.be/N5wI0-zVsC4

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