13 साल के बच्ची को बेचे जाने की सूचना पर हरकत में आया बाल संरक्षण आयोग, घर जाकर की जांच

रिपोर्ट- विनीत खुराना

ऋषिकेश। एक 13 वर्षीय बच्ची को बेचे जाने की शिकायत पर तीर्थ नगरी के सर्वहारा नगर पहुंची उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्यों ने बच्ची के घर पहुंच कर बच्ची को बेचे जाने के मामले की जांच की। इस दौरान आयोग की सदस्यों ने गुरुकुल में रह रही बच्ची से फोन पर बात भी की।

पड़ताल

ऋषिकेश के सर्वहारा नगर के एक घर मे 13 वर्षीय बच्ची खुश्बू (काल्पनिक नाम) को बेचे जाने की शिकायत पर पहुंची उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य शारदा त्रिपाठी व सीमा डोरा ने बताया कि वह बच्ची को बेचे जाने की शिकायत पर पहुंची थी। जहां पर उन्होंने मामले की जांच की और पाया कि खुश्बू जब 2 साल की थी।

दरअसल बच्ची के माता का निधन हो गया था। भाई लोकेश व भाभी पायल ने ही खुश्बू को पाला लेकिन पढ़ाई में अरुचि और परिजनों की बात न मानने से काफी परेशान परिजनों ने उसे देहरादून के सहस्त्रधारा स्थित मानव गुरुकुल में 18 जुलाई को भर्ती कराया था। खुश्बू गुरुकुल में ही शिक्षा ग्रहण कर रही है, जिसकी पुष्टि उनकी पड़ोसी लाजवंती ओर मामा सुरेश ने भी की है वही आयोग की सदस्य शारदा त्रिपाठी व सीमा डोरा ने बताया कि वह व्यक्तिगत रूप देहरादून गुरुकुल में जाकर भी बच्ची से बात कर मामले की जाँच करेगी।

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बाल संरक्षण आयोग की टीम ने बच्ची के परिजनों से भी बच्ची को लेकर नरमी बरतने को कहा। वही बच्ची के भाई लोकेश व भाभी पायल ने कहा कि ईर्ष्या वश पड़ोस में रहने वाले लोगों के द्वारा बाल आयोग में झूठी शिकायत की गई थी है। जिस पर देहरादून से बाल संरक्षण आयोग की टीम आई थी, उन्होंने बच्ची को लेकर मामले की जांच की, फिलहाल बच्ची से फोन पर बात करने के बाद टीम संतुष्ट नजर आई और उन्होंने गुरुकुल में बच्ची से मिलने जाने की बात कहते हुए चले गए।

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