चमोली में बारिश का कहर: सगवाड़ा गांव में अतिवृष्टि ने फिर मचाई तबाही, एक और मकान मलबे में बहा

उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली तहसील में भारी बारिश ने एक बार फिर तबाही मचाई है। सगवाड़ा गांव में 3 सितंबर की रात को अतिवृष्टि के कारण मलबे के साथ एक और मकान बह गया। यह दूसरी घटना है, क्योंकि 22 अगस्त को भी इसी गांव में मलबे ने एक मकान को नष्ट कर दिया था, जिसमें 21 वर्षीय कविता नामक युवती की मलबे में दबने से मौत हो गई थी।

तहसीलदार अक्षय पंकज ने बताया कि मंगलवार रात थराली क्षेत्र में तेज बारिश हुई, जिसके बाद ग्रामीणों से सगवाड़ा गांव में मकान बहने की सूचना मिली। राजस्व टीम और जिला आपदा प्रतिक्रिया बल (DDRF) को मौके पर भेजा गया है, ताकि स्थिति का जायजा लिया जा सके। ग्राम प्रधान दिनेश बिष्ट ने स्पष्ट किया कि इस बार मकान में कोई मौजूद नहीं था, जिसके कारण कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि, मकान पूरी तरह नष्ट हो गया है।

पहले भी हो चुकी है तबाही
सगवाड़ा और थराली क्षेत्र में 22-23 अगस्त की रात को बादल फटने की घटना ने भारी नुकसान पहुंचाया था। तुनरी गधेरा नाले के उफान पर आने से सगवाड़ा और चेपडो बाजार में मलबा घुस गया था, जिससे कई मकान, दुकानें और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस घटना में कविता की मौत हुई थी, और चेपडो बाजार में एक व्यक्ति लापता हो गया था।

राहत और बचाव कार्य जारी
चमोली जिला प्रशासन ने तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी घटनास्थल पर मौजूद हैं और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं। कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग, थराली-सगवाड़ा और डुंगरी मोटर मार्ग मलबे के कारण बंद हैं, जिससे बचाव कार्यों में बाधा आ रही है। थराली, देवाल और नारायणबगड़ विकास खंडों में स्कूल बंद रखे गए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस आपदा पर दुख जताया और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। उन्होंने 24 अगस्त को थराली का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा की और पूरी तरह क्षतिग्रस्त मकानों के लिए 5 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की। मौसम विभाग ने चमोली सहित उत्तराखंड के कई जिलों में अगले 48 घंटों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।

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