सरकार ने श्रध्दालुओं के लिए खोला चार धाम कपाट, खत्म की कोविड-19 टेस्ट की अनिवार्यता

( रितिक भारती )

3 मई से शुरू हो रही चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार ने तैयारी कर ली है। हर साल की तरह इस बार भी देश के कोने-कोने से श्रध्दालु चार धाम की यात्रा करने पहुंचेगे। इस धाम की यात्रा करना हर एक भारतीय का सपना होता है। आध्यात्मिकता व्यक्ति को शांति  प्राप्त करने के लिए एक दिव्य यात्रा पर चलने के लिए प्रेरित करती है। एक ऐसी ही यात्रा  हिमालय के आकर्षक गढ़वाल में स्थित पवित्र चारधाम यात्रा है।

चारधाम यात्रा  हिंदू संस्कृतियों और आकर्षक हिमपातिक हिमालय की सुंदरता निहारने का शानदार अवसर है।  चार प्रमुख पवित्र स्थलों की यात्रा – यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ (जिन्हें चार ‘धाम’ भी कहा जाता है) भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव से कम नहीं है।  हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं की संख्या सीमित कर दी है। भक्तों की यात्रा को आसान बनाने के लिए सरकार ने कोविड-19 टेस्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेशन की जांच को भी अनिवार्य नहीं किया है।

एक दिन में कितने श्रद्धालुओं को अनुमति?

उत्तरकाशी में यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलते ही 3 मई को चार धाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी। इस बीच उत्तराखंड सरकार ने चार धाम पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को भी सीमित कर दिया है। सरकारी निर्देश के मुताबिक, प्रतिदिन केवल 15,000 श्रद्धालु ही बाबा बद्रीनाथ के दर्शन करने जा सकेंगे। जबकि केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या 12,000 प्रतिदिन निर्धारित की गई है।

इसी तरह गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले यात्रियों की संख्या को भी सीमित किया गया है। गंगोत्री धाम के दर्शन करने प्रतिदिन केवल 7,000 श्रद्धालु ही जा सकेंगे। जबकि यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए प्रतिदिन केवल 4,000 श्रद्धालुओं को ही अनुमति मिलेगी। चार धाम पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह व्यवस्था अगले 45 दिनों तक लागू रहेगी। श्रध्दालुओं को आगमन से पहले राज्य के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने का भी निर्देश दिया है।

कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन

आप उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पोर्टल (https://uttarakhandtourism.gov.in) पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। बीते दो वर्षों से कोरोना संकट के चलते चार धाम यात्रा के प्रभावित होने की वजह से इस वर्ष भारी संख्या में यात्रियों के आने की संभावना है। इसलिए उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था, खान-पान और पार्किंग की व्यवस्था की है।

LIVE TV