
कुछ लोगों का घूमने का प्लान ऐसे बनता है जैसे मानो हमेशा फ्री ही बैठे रहते हो। एकदम आचानक से जब भी कभी आपको कहीं घूमने का मन हो तो आपके लिए इस स्थान से अच्छा तो कुछ हो ही नहीं सकता है। तभी तो लोग अचानक ही इस स्थान पर घूमने का प्लान कर लेते हैं।
इसलिए आज हम आपको गुजरात के चौथे सबसे बड़े शहर राजकोट के बारे में बताने जा रहे हैं। यह गुजरात का चौथा सबसे बड़ा शहर है। इसलिए आज हम आपको इस शहर के बारे में कुछ रोचक और रोमांचक बाते बताने जा रहे हैं।
जुनागढ़
आप राजकोट घूमने की शुरुआत यहां के किला जुनागढ़ से कर सकते हैं। इतिहास के पन्ने बताते हैं कि यह स्थान बताता है कि इस किले का इतिहास करीब 2300 साल पुराना है। यह किला गिरनार की पहाड़ियों की तलहटी में बसा हुआ है। इस स्थान पर काफी सारे मंदिर और अन्य घूमने के स्थान भी शामिल हैं। आप यहां, अपरकोट किला, संग्रहालय, दामोदर कुंड और महाबत मकबरा देख सकते हैं। रोजकोट से यहां तक की दूरी लगभग 103 कि.मी की है।
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गीर वन्यजीव अभयारण्य
अपनी यात्रा को रोमांचक बनाने के लिए आप राजकोट से गीर वन्यजीव अभयारण्य की सैर का प्लान बना सकते हैं। गीर अपने एशियाई शेरों के लिए जाना जाता है, जिन्हें देखने के लिए विश्व भर से पर्यटकों का आगमन होता है। यह अभयारण्य एक आदर्श जैव-विविधता को प्रदर्शित करता है, जहां आप विभिन्न वनस्पतियों के साथ-साथ कई जंगली जीवों को देख सकते हैं। वन्यजीवन देखने का यह एक सबसे अच्छा विकल्प है, आप यहां जीप सफारी की रोमांचक सैर का आनंद भी ले सकते हैं।
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मंडवी
इस शहर में आप और भी बहुत कुछ घूम सकते हैं। आप यहां पर मंडवी घूमने का प्लान भी जब जाए बना सकते हैं। माना जाता है कि यह जड़ेजा राजपूत का महत्वपूर्ण बंदरगाह है। लेकिन आज की तारीक में यह यहां का सबसे सुंदर और खास पर्यटन स्थल है। शहर की भीड़भाड़ से दूर यह एक शांति का स्थान है। यहां पर आपको इनसभी के अलावा जैन मंदिर भी है जो अपनी सुंदरता के लिए काफी जाना जाता है।