
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कृषि विकास के लिए एकीकृत, सहयोगात्मक दृष्टिकोण का आह्वान किया

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कृषि विकास के लिए एकीकृत, सहयोगात्मक दृष्टिकोण का आह्वान किया और कहा कि “एक राष्ट्र, एक कृषि” और “एक कृषि, एक टीम” के सिद्धांत के तहत एक राष्ट्रीय टीम बनाई जानी चाहिए। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “…मैं फिक्की से अनुरोध करना चाहता हूं कि वह गहन चर्चा करे और मुझे सिफारिशें भेजे… हम खेती के लिए एक टीम बनाना चाहते हैं। हमें राज्य सरकार, केंद्र सरकार, वैज्ञानिक, किसान, कृषि विश्वविद्यालय और उद्योग सहित विभिन्न दिशाओं में काम करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “मैं ‘एक राष्ट्र, एक कृषि’ और ‘एक कृषि, एक टीम’ में विश्वास करता हूं। सबके प्रयास से एक ऐसी टीम बननी चाहिए जो एक दिशा में काम करे। तभी हम तेजी से विकास कर सकते हैं। इसलिए जब फिक्की की सिफारिशें आएंगी तो मैं उन्हें गंभीरता से लूंगा। लेकिन दोनों पक्षों के लिए जीत वाली स्थिति होनी चाहिए। किसानों को भी लाभ मिलना चाहिए…” इससे पहले शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार नकली खाद और बीज की समस्या से निपटने के लिए एक नया और सख्त कानून तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान कानून में केवल 500 रुपये का मामूली जुर्माना लगाया जाता है, जिससे अपराधी आसानी से बच निकलते हैं।