उत्तर भारत जीतने के बाद अब साउथ पर नजर, मोदी-रजनी से करिश्मे की उम्मीद
नई दिल्ली: 2014 लोकसभा चुनावों से शायद ही किसी अन्य पार्टी की योजनाओं को इतना वास्तविक स्वरूप मिल पाया हो जितना BJP को मिला है. मोदी की जादुई वाकपटुता और अमित शाह का चुनावी समीकरण को साधने की काबिलियत ने BJP को केंद्र में सशक्त सत्ता दी तो वहीं 20 से ज्यादा राज्य उसकी झोली में डाल दिए. सोचना लाजिमी है कि ऐसे में पार्टी कुछ ऐसे प्रयोग करने से भी पीछे नही हटेगी जिससे करिश्मे की उम्मीद हो.
बीजेपी का विजयी रथ अब दक्षिण भारत की तरफ कूच कर रहा है. इस राह में सबसे पहला पड़ाव कर्नाटक है, जहां 12 मई को मतदान होने वाला है. इसके बाद नंबर तमिलनाडु का है.
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बीजेपी को कभी तमिलनाडु की सत्ता हासिल नहीं हुई है. लेकिन अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को वहां भी कमल खिलने की उम्मीद है. आरएसएस विचारक गुरुमूर्ति ने दावा किया है कि हाल ही में राजनीति में आए सुपरस्टार रजनीकांत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जोड़ी मिलकर तमिलनाडु में सरकार बना सकती है.
आरएसएस विचारक का कहना है कि रजनीकांत की जनता में जबरदस्त अपील है और वो तमिलनाडु की राजनीति को मजबूत कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि रजनीकांत की अपील के साथ पीएम मोदी की प्रशासनिक कुशलता के दम पर जीत दर्ज की जा सकती है.
उन्होंने ये भी कहा कि तमिलनाडु को मुख्यमंत्री के रूप में एक नए चेहरे की जरूरत है, जिस पर जनता विश्वास कर सके.
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दरअसल, रजनीकांत की राजनीति में एंट्री के बाद माना जा रहा है कि तमिलनाडु के सियासी तेवर और कलेवर बदल सकते हैं. रजनीकांत मोदी की तारीफ करते रहे हैं और प्रो-मोदी माने जाते हैं, उनके राजनीति में आने के फैसले से बीजेपी को दक्षिण भारत में उम्मीद की किरण जागी है.
गौरतलब हो कि तमिलनाडु की राजनीति में हमेशा से सिनेमा से जुड़े लोगों का बोलबाला रहा है. कला और राजनीति का वास्तविक संगम तमिलनाडु की राजनीति में देखने कको मिलता है ऐसे में विरोधियों की तैयारियां भी जोरो पर है.