
आने वाले कुछ दिनों में भाजपा का दामन थाम राजनीति में कदम रखने वाले ई श्रीधरन ने आज यानी शुक्रवार को अपनी इच्छा व्यक्त की। अपने लक्ष्य को बताते हुए उन्होंने कहा कि केरल में पार्टी को सत्ता में लाना है साथ ही कहा कि वे मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं जिसके लिए वह हमेशा तैयार रहेंगे। इसी के साथ उन्होंने कहा कि यदि भाजपा को इस साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत मिलती है तो उनका ध्यान बड़े स्तर पर आधारभूत संरचना का विकास करना और राज्य को कर्ज के जाल से निकालना होगा।

श्रीधरन की बातों से साफ हो जाता है कि उन्हें राज्यपाल के पद में कोई दिलचस्पी नहीं है वह चाहते हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी जाए। अपने बयान में उन्होंने कहा कि, ”मेरा मुख्य मकसद भाजपा को केरल में सत्ता में लाना है। अगर भाजपा केरल में चुनाव जीतती है तो तीन-चार ऐसे क्षेत्र होंगे जिस पर हम ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। इसमें बड़े स्तर पर आधारभूत संरचना का विकास और राज्य में उद्योगों को लाना शामिल है।”

राज्य के ऊपर कर्ज को लेकर श्रीधरन ने कहा कि, ”आज राज्य कर्ज के जाल में फंसा है। बहुत सारा उधार है। प्रत्येक मलयाली पर आज 1.2 लाख रुपये का कर्ज है। इसका मतलब है कि हम दिवालिया होने की तरफ बढ़ रहे हैं और सरकार अब भी उधार ले रही है। राज्य की वित्तीय हालत सुधारने की जरूरत है और हम इसका समाधान निकालेंगे।”





