बड़ी खबर : मोदी के ‘आका’ ने केंद्र सरकार को दिया अल्टीमेटम, 2019 में फेल होंगे पीएम और शाह अगर…

केंद्र की सत्तानई दिल्ली। जब से मोदी सरकार केंद्र की सत्ता पर काबिज हुई है तब से अभी तक एक या दो चुनाव को छोड़ दें तो शायद ही कोई ऐसा चुनाव रहा होगा जिसे उसने फतह न हांसिल की हो। जबकि कुछ मामले ऐसे भी देखे गए हैं जब कुछ राज्यों में बहुमत तो कांग्रेस को मिला लेकिन सरकार बीजेपी की बनी। लेकिन अब शायद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लगने लगा है कि जनता के बीच पीएम मोदी की लोकप्रियता कम होती जा रही है। जिसका जीता जागता उदाहरण एक दिन पहले आए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के परिणाम हैं। जिसमें एबीवीपी को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद गंवाना पड़ा।

वहीं पीएम मोदी और उनके सबसे जिगरी दोस्त अमित शाह की अगुवाई में भाजपा को मिली इतनी बड़ी हार पर आरएसएस ने अपने तेवर सख्त कर लिए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अध्यक्ष अमित शाह को भविष्य को लेकर चेतावनी दी है।

बदल रहा है जनता का मूड

संघ का कहना है कि ताजा चुनावी परिणाम को देखकर लगता है कि अब नरेंद्र मोदी को लेकर जनता का मूड चेंज होता जा रहा है और आने वाले दिनों में इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। गौरतलब है कि विभिन्न संगठनों से मिले फीडबैक के बाद आरएसएस ने मोदी सरकार को अलर्ट किया है। आरएसएस को मोदी सरकार के खिलाफ जो फीडबैक मिला है उसमें आर्थिक मंदी, नौकरी से निकाले जाने, बेरोजगारी और नोटबंदी पर मोदी सरकार की विफलता को बताया गया है। इन सबके अलावा किसानों की बदहाल स्थिति भी मोदी सरकार के गले की फांस बन सकती है।

मोदी के पलक झपकाते ही चल गए खंजर, घेर लिया गया बुलेट ट्रेन का सुहाना सपना… जानिए पूरा मामला

वहीं अगर ‘द टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट पर नजर डालें तो इसमें बताया गया है कि संघ ने इन सब के बावजूद यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता लोगों के बीच अभी भी कायम है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं निकाला जा सकता है कि आने वाले चुनाव में जीत सुनिश्चित है।

2019 से पहले बजा अलर्ट

हाल ही मथुरा में आरएसएस ने तीन दिन का समन्वय कार्यक्रम किया था। जिसमें तमाम संगठनों द्वारा संघ को अपनी जमीनी हकीकत की जानकारी मिली थी। इस बैठक में संघ के कई दिग्गज नेताओं के साथ-साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए थे।

अभी-अभी : मोदी सरकार पर चली सुप्रीम कोर्ट की लाठी, एक फरमान ने उड़ाए होश, रोएंगे खून के आंसू अगर…

मथुरा में हाल ही में आयोजित बैठक और दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनावी परिणाम को देखते हुए संघ ने मोदी सरकार को चेताया है और कहा है कि जिस तरह से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की लोकप्रियता और इंडिया शाइनिंग कैंपेन के बावजूद भी 2004 में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था। ठीक वैसे ही मोदी सरकार की लोकप्रियता तो काफी है लेकिन इन सब के बावजूद भी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना भी की गई है। यही नहीं मोदी सरकरा के कुछ फैसलों से देश की जनता अपने आप को ठगा हुआ सा महसूस कर रही है। ऐसे में उसके लिए आने वाले चुनाव की राह कांटो भरी होगी इस बात में कोई शक नहीं हैं।

LIVE TV