
नईसंसद के शीतकालीन सत्र के बीच राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है। कांग्रेस नेता रागिनी नायक ने सोमवार रात एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक AI-जनरेटेड वीडियो शेयर किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेड कार्पेट इवेंट पर चाय बेचते नजर आ रहे हैं।
वीडियो में पीएम नीले कोट और काली पैंट में केतली और चाय के गिलास लिए हुए हैं, बैकग्राउंड में तिरंगा और अंतरराष्ट्रीय झंडे लहरा रहे हैं। वॉइसओवर में पीएम की नकल करते हुए कहा गया, “चाय बोलो, चाहिए?” रागिनी ने कैप्शन में लिखा, “अब ये कौन किया?” यह वीडियो पीएम मोदी के गुजरात के रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने के पुराने दावे पर तंज कसता प्रतीत होता है।
वीडियो वायरल होते ही BJP ने तीखी प्रतिक्रिया दी। BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक्स पर लिखा, “रेणुका चौधरी द्वारा संसद और सेना का अपमान करने के बाद अब रागिनी नायक ने पीएम मोदी के ‘चायवाला’ बैकग्राउंड पर हमला किया। नामदार कांग्रेस OBC समुदाय से गरीबी से उठे मेहनती PM को बर्दाश्त नहीं कर पाती। उन्होंने पहले भी चायवाला जड़ों का मजाक उड़ाया, 150 से ज्यादा बार अपमान किया, और बिहार में उनकी मां को निशाना बनाया। जनता कभी माफ नहीं करेगी।” पूनावाला ने इसे कांग्रेस की ‘एलिटिस्ट’ मानसिकता का उदाहरण बताया, जो एक साधारण परिवार से आए PM को स्वीकार नहीं कर पाती। उन्होंने कहा कि यह वीडियो विपक्ष की हताशा दिखाता है।
यह विवाद सितंबर 2025 में बिहार कांग्रेस द्वारा शेयर किए गए एक अन्य AI वीडियो से जुड़ता है, जिसमें पीएम मोदी अपनी दिवंगत मां हीराबेन से सपने में बात कर रहे थे। वीडियो में मां उन्हें बिहार की राजनीति पर फटकार लगाती नजर आईं। इस पर दिल्ली पुलिस ने BJP कार्यकर्ता की शिकायत पर FIR दर्ज की, जिसमें कांग्रेस नेताओं पर ‘महिलाओं की गरिमा का उल्लंघन’ का आरोप लगाया गया। बिहार चुनावों से ठीक पहले यह वीडियो वायरल हुआ था, और पीएम ने इसे ‘हर मां-बहन का अपमान’ बताते हुए निशाना साधा था।
कांग्रेस की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन रागिनी नायक का पोस्ट पार्टी की सोशल मीडिया रणनीति का हिस्सा लगता है। BJP ने इसे संसद में मुद्दा बनाने की चेतावनी दी है, जो शीत सत्र को और गरमा सकता है। AI वीडियोज का इस्तेमाल राजनीतिक हमलों में बढ़ रहा है, जिससे डीपफेक पर नियंत्रण की बहस तेज हो गई है।





