आमरण अनशन पर अटल है स्वामी, गंगा माता के लिए नहीं सुनी बहन उमा भारती की बात

रिपोर्ट- संजय आर्य

हरिद्वार। 22 जून से गंगा की अविरलता निर्मलता के लिए एक्ट बनाने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे स्वामी ज्ञान स्वरूप सांनद को मनाने में केंद्रीय जल एवं संसाधन मंत्री उमा भारती भी विफल रही। करीब 2 घंटे बन्द कमरे में वार्ता करने के बाद भी उमा अपने मुँहबोले भाई को अनशन समाप्त करने के लिए नहीं मना पाई। उमा ने कहा कि अक्टूबर-नवंबर तक एक्ट पास होगा तभी स्वामी जी ने अनशन समाप्त करने की बात कही है वहीं स्वामी सानंद ने कहा कि सरकार की मंशा एक्ट पास करने की नहीं लगती नहीं तो मोदी चाहे तो एक रात में एक्ट पास हो जाये।

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गंगा मंत्री नितिन गडकरी को उम्मीद थी कि स्वामी सानन्द का अनशन उमा भारती तुड़वा देंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और उमा को भी बैरंग वापस लौटना पड़ा स्वामी सानंद से वार्ता विफल होने के बाद मीडिया से बात करते हुए उमा ने कहा कि नितिन गडकरी के कहने पर आई हूं एक्ट बना रखा है सवा साल से ओर अगले सत्र में नितिन जी ने कहा है कि एक्ट पास हो जाएगा। अगले बुधवार की कैबिनेट में एक्ट पास हो जाएगा अविरलता के लिए आईआईटी कंर्सोटियम ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है।

उमा भारती ने कहा कि वे गंगा की मंत्री नहीं है सिर्फ गंगा मंत्री की तरफ से भेजी गई हूं। गंगा मंत्रालय से हटाने की बात पर उन्होंने कहा कि उन्हें भले कोई किनारे कर दे लेकिन गंगा को कोई किनारे नहीं करना चाहता है गंगा के पूरी तरह से अविरल ओर निर्मल होने में 10 साल लगेंगे ये मैं शुरू से ही कहती आयी हूँ उन्होंने कहा कि अनशन समाप्त करने को स्वामी जी को कहा तो वे एक्ट पास होने तक अनशन समाप्त न करने पर अड़े हैं और एक्ट अक्टूबर नवंबर तक पास होगा उन्होंने कहा कि एक्ट इसी सरकार में पास होगा।

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स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद का कहना है कि आज उमा जी सिर्फ बातें करने आयी थी लेकिन जबतक गंगा हित मे एक्ट पास नहीं होता तबतक वे अनशन नहीं खोलेंगे। उन्होने मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यदि एससी-एसटी मुद्दे की तरह गंगा के मुद्दे को गाम्भीरता से लिये जाए तो सबकुछ हो सकता है। उन्होंने कहा कि उमा भारती के पास अब गंगा मंत्रालय भी नहीं है यदि मोदी चाहेंगे तो एक दिन में एक्ट पास हो जाएगा सरकारें तो सिर्फ बातें बना सकती है उन्होंने साफ कहा कि उन्हें नहीं लगता की उन्हें जीवन मे एक्ट पास होगा।

हमेशा की  तरह शायद इस बार न हो इस बार अनशनरत संत सरकार के किसी भी झांसे में आते नहीं दिख रहे हैं अब अनशन शायद तभी समाप्त होगा जब गंगा को लेकर सरकार गाम्भीरता दिखाते हुए गंगा हित मे एक्ट पास करेगी।

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