मिलिए… पहलवानों के ‘पप्पा’ से, 81 की उम्र में लगाते हैं दो हजार पुशअप्स

नई दिल्ली: बुढ़ापे तक आते-आते इंसान की ताकत खत्म होने लगती है. उम्र के इस तीसरे पड़ाव में इंसान की जीने की चाहत भी धीरे-धीरे खत्म होने लगती है. वजह सिर्फ इतनी होती है कि इंसान की लाइफ पहले जैसी नहीं रह जाती लेकिन रतलाम के पप्पा पहलवान ने अपने बुढ़ापे को हरा कर दिखा दिया है.

रतलाम के पप्पा पहलवान

81 साल के नूर मोहम्मद उर्फ पप्पा पहलवान आज भी हर दिन 2 लीटर दूध और 100 ग्राम बादाम खाते हैं. इसके दम पर वो बिना रुके 2 हजार पुशअप्स लगा लेते हैं।

नूर मोहम्मद ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को दावेदारी पेश की है. इसके लिए वो रतलाम के डॉ. कैलासनाथ काटजू महाविद्यालय कॉलेज में 24 जून को अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे. वो ग्रेंड मास्टर सैयद नौशाद हुसैन की देखरेख में अपना प्रदर्शन करेंगे.

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नीमच के रहने वाले पप्पा पहलवान यूं तो एक किसान हैं लेकिन इलाके में उनकी पहचान एक पहलवान के रूप में ज्यादा है. उन्होंने पहलवानी की शुरुआत 1957 में की थी. 1975 उन्होंने कुश्ती लड़ना छोड़ दिया लेकिन पहलवानी से नाता नहीं तोड़ा. इसका रियाज वो आज भी करते हैं.

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वे 15 मिनट में पैरों को जमीन से 4 फीट ऊंचा रखकर बिना रुके 2 हजार से ज्यादा सपाटे लगा सकते हैं. उन्हें बीच में ब्रेक मिल जाता है तो वे 4 हजार तक सपाटे लगा सकते हैं.

पप्पा के सहयोगी नौशाद ने बताया कि अभी तक लिम्का बुक की तरफ से शक्ति प्रदर्शन की अभी तक अनुमति को लेकर स्पष्टीकरण नहीं आया लेकिन वह जल्द आ जाएगा.

ये है सेहत का राज

पप्पा पहलवान शाकाहारी भोजन करते हैं जिसमें हरी सब्जी, छिलके वाली उड़द की दाल व रोटी रहती है. वो हर दिन 2 लीटर दूध व 100 ग्राम बादाम लेते हैं. वो रात 9 बजे सो जाते हैं और दोपहर में आराम नहीं करते.

पप्पा नशे के सख्त खिलाफ हैं इस वजह से उन्हें डॉक्टर के पास बहुत कम जाना पड़ता है. आखिरी बार तीन साल पहले पथरी होने से डॉक्टर के पास गए थे.

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