3 घंटे तक LG हाउस के चौखट पर बैठी रही ‘दिल्ली सरकार’, जानें क्या है पूरा माजरा

नई दिल्ली। सीसीटीवी कैमरे को लेकर दिल्ली में इन दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच घमासान मच गया है। इसके चलते सीएम केजरीवाल अपने साथी मंत्रियों के साथ पुराने रवैये को अपनाते हुए एलजी हाउस के सामने धरने पर बैठ गए हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

सीएम  केजरीवाल के साथ तमाम मंत्री और विधायक भी धरने पर बैठ गए हैं। हालांकि करीब 3 घंटे बाद केजरीवाल समेत तमाम मंत्रियों ने एलजी से मुलाकात किए बगैर ही  धरना खत्म कर दिया।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को उप राज्यपाल के दफ्तर तक पैदल मार्च किया और इसके बाद वहीं पर धरना दे दिया। ऐसे में आम आदमी पार्टी का आरोप है कि केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के दवाब में आकर उपराज्यपाल अनिल बैजल सीसीटीवी प्रोजक्ट को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

केजरीवाल सरकार का आरोप है कि एलजी ने इस प्रोजेक्ट से जुड़ी सभी फाइल को मंजूरी नहीं दी है। ऐसे में सीएम केजरीवाल मोदी सरकार को महिलाओं के प्रति सुरक्षा की दिशा में अनदेखी करने का आरोप लगा रही है।

आम आदमी पार्टी का आरोप है कि विपक्ष में बैठी बीजेपी एलजी के जरिए इस प्रोजक्ट को रोक रही है। इसके अलावा आप का कहना है कि एलजी इस तरीके का व्यवहार से जाहिर होता है कि महिला सुरक्षा को लेकर बीजेपी का क्या रवैया है।

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वहीं विपक्षी दल इस परियोजना में घोटाले का आरोप लगा रहे हैं। इस बाबत दिल्ली में रोज विपक्षी पार्टियों की ओर से केजरीवाल सरकार के खिलाफ धरना और प्रदर्शन किए जा रहे हैं।

बता दें कि दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रोजेक्ट की शुरुआती लागत 130 करोड़ थी जिसको टेन्डर शर्तों में छूट देकर 571.40 करोड़ कर दिया गया है।

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जिसको लेकर कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने सीएम केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस प्रोजक्ट के जरिए केजरीवाल सरकार जनता की गाढ़ी कमाई को खाने की योजना बना रही है।

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