यूपी पुलिस का एक और कारनामा, सवालों के घेरे में बाराबंकी एनकाउंटर

बाराबंकी। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद यूपी में एनकांउटर एक बड़ा मुद्दा बन चुका हैं। योगी सरकार का कहना है कि अपराधियों के एनकाउंटर कर हम लॉ एंड आर्डर को मजबूत बना रहे हैं लेकिन इन एनकाउंटरो के बीच ऐसे कई मामले सामने आ चुके है जिसमें पुलिस के ऊपर फर्जी एनकाउंटर करने के आरोप लगे हैं। माना जा रहा है कि पुलिस अपने बहादुरी के कारनामे दर्ज कराने के लिए निर्दोषों का शिकार कर रही हैं। ऐसे ही सवाल बाराबंकी के एनकाउंटर में भी खड़े होते दिख रहे हैं। पुलिस ने गुरूवार को आकाश यादव नाम के लड़के का एनकाउंटर करते हुए उसके पैर में गोली मारी थी फिलहाल आकाश अस्पताल में भर्ती हैं और उसने पुलिस पर आरोप भी लगाया हैं।

आकाश यादव

आकाश ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पुलिस ने मुझे फंसाया है यह मुठभेड़ फर्जी थी। आकाश का कहना है कि पुलिस ने मुझे पूछताछ करने के नाम पर ले गई थी लेकिन बाद में मेरा मुँह ढककर मेरे पैर में गोली मार दी। हालांकि पुलिस दरियाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत नवाबगंज पुलिया के पास मुठभेड़ से आकाश को पकड़ने की बात कह रही है।

आकाश ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब मैंने पुलिस से पूछा कि मुझे कहां लेकर जा रहे हैं तो उन लोगों ने बताया कि तुमसे कुछ पूछताछ करनी है। पूछताछ करके तुम्हें छोड़ दिया जाएगा। आकाश ने बताया कि पुलिस मुझे बुधवार शाम करीब साढ़े तीन बजे लेकर दरियाबाद आई। उसके बाद यहां लाकर मेरा मुंह ढक दिया और मेरे पैर में गोली मार दी, मुंह ढका होने की वजह से मैं कुछ देख नहीं सका।

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आकाश के मुताबिक मैं पुलिस से पूछता रह गया कि मुझे क्यों गोली मार रहे हो, लेकिन उन लोगों ने कुछ भी नहीं बताया। गोली मारने के बाद करीब साढ़े पांच बजे मुझे यहां इलाज को लेकर आए हैं। आकाश ने सफाई देते हुए कहा कि जब मैं यूनिवर्सिटी में पढ़ता था तो मेरे ऊपर भले ही कुछ मारपीट के मामले दर्ज थे लेकिन इसके अलावा मेरे ऊपर कोई भी मुकदमा नहीं है।

आकाश यादव के परिजन बाराबंकी पुलिस के एनकाउंटर को फर्जी बता रहे हैं. आकाश यादव के परिजन चिल्ला-चिल्लाकर कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में पुलिस-प्रशासन का गुंडाराज चर रहा है। पुलिस किसी को भी उठाकर गोली मार देती है और उससे कोई भी कुछ नहीं पूछता है। परिजनों ने सवाल उठाया कि जब पुलिस आकाश को पूछताछ के लिए लेकर आई थी तो उसे दरियाबाद लेकर क्यों गई? आकाश को पुलिस ने फर्जी तरीके से पैर में गोली मारी है। आकाश के चाचा ने आरोप लगाया कि आकाश को बुधवार को लखनऊ के महानगर में सचिवालय कॉलोनी से उठाया गया, मेरे पास कई गवाह हैं। उसके बाद रात में फर्जी मुठभेड़ दिखाई गई, हम लोगों के साथ अन्याय हो रहा है।

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जिला अस्पताल पहुंचे बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक शशिकांत तिवारी ने बताया कि पुलिस ने दरियाबाद थाना क्षेत्र में मुठभेड़ की है। जिसमें तीन अपराधी एक मोटरसाइकिल से जा रहे थे, तभी उन लोगों को रोका गया। लेकिन उन लोगों ने पुलिस वालों पर ही गोली चला दी। जिसका जवाब देते हुए पुलिस ने भी गोली चलाई। मुठभेड़ में एक अपराधी को पैर में गोली लगी है। बाकी दो अपराधी भागने में कामयाब हो गए। शशिकांत तिवारी ने बताया कि अपराधी के पास से भारी मात्रा में कारतूस और असलहे बरामद हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने फर्जी एनकाउंटर के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि परिजनों के विरोध के दूसरे कारण हो सकते हैं। लेकिन ये एनकाउंटर पूरी तरह से सही है।

मामले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने इस एनकाउंटर के बारे में बताते हुए कहा कि घायल अपराधी के पास से काफी मात्रा में हथियार मिले हैं। पुलिस ने इनके पास से एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है जिसका नंबर इन लोगों ने खुरच के हटा दिया था। एसपी ने बताया कि इन लोगों का आपाराधिक इतिहास कई जनपदों में है। पुलिस उसकी भी जांच कर रही है। इसके साथ ही फरार अपराधियों की भी तलाश की जा रही है।

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