
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को ऐसे समय में भारत के लिए विकास समर्थक नीतियों और सुशासन के माध्यम से देश के सुधार के लिए प्रतिस्पर्धा करने की समावेशी वकालत की, जब पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को ऐसे समय में भारत के लिए विकास समर्थक नीतियों और सुशासन के माध्यम से देश के सुधार के लिए प्रतिस्पर्धा करने की समावेशी वकालत की, जब पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। उन्होंने गुजरात के हंसलपुर में सुजुकी मोटर संयंत्र में दो प्रमुख परियोजनाओं में से पहली का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में यह टिप्पणी की। इस समारोह में मारुति सुजुकी की पहली ई-विटारा इकाई को उत्पादन लाइन से बाहर निकाला गया। इसके बाद हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड निर्माण के लिए समर्पित पहले संयंत्र का शुभारंभ होगा। इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और जापानी राजदूत केइची ओनो भी शामिल हुए।
उन्होंने कहा, “आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। ऐसे समय में किसी भी राज्य को पीछे नहीं रहना चाहिए। हर राज्य को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। हिंदुस्तान में आने वाले निवेशकों को इतना भ्रमित होना चाहिए कि उन्हें लगे कि मुझे इस राज्य में जाना चाहिए या उस राज्य में जाना चाहिए। मैं सभी राज्यों को आमंत्रित करता हूं, आइए, हम सुधारों में प्रतिस्पर्धा करें, विकासोन्मुखी नीतियों में प्रतिस्पर्धा करें, सुशासन में प्रतिस्पर्धा करें।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत अपने वैश्विक साझेदारों और उद्योगों के लिए निवेश और उत्पादन के लिए उपयुक्त स्थान है। उन्होंने कहा कि भारत के पास जनसांख्यिकी लाभ और कुशल कार्यबल की संख्या है, जो “हमारे प्रत्येक साझेदार के लिए जीत वाली स्थिति” पैदा करती है। उन्होंने कहा, “आज, सुजुकी जापान भारत में विनिर्माण कर रही है और यहां बनी कारों को जापान वापस निर्यात किया जा रहा है। यह न केवल भारत और जापान के बीच संबंधों की मजबूती का प्रतीक है, बल्कि भारत में वैश्विक विश्वास को भी दर्शाता है। एक तरह से, मारुति सुजुकी जैसी कंपनियां मेक इन इंडिया की ब्रांड एंबेसडर बन गई हैं… अब, दुनिया भर के दर्जनों देशों में चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों पर लिखा होगा- मेड इन इंडिया।