
उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार चरम पर पहुंच रहा है, जिससे शहर देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में सातवें स्थान पर आ गया है। एनसीआर क्षेत्र में यह पांचवें नंबर पर है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रविवार को जारी 248 शहरों की रिपोर्ट में मेरठ का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 349 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। सुबह के समय यह स्तर और बढ़कर 349 के पार पहुंच गया, जबकि पल्लवपुरम इलाका 366 AQI के साथ शहर का सबसे प्रदूषित हिस्सा साबित हुआ।
पिछले एक महीने से मेरठ समेत आसपास के जिलों—जैसे बागपत (345), बुलंदशहर (368), हापुड़ (433), नोएडा (414), गाजियाबाद (429), ग्रेटर नोएडा (396), मुजफ्फरनगर (388) और दिल्ली (395)—में हवा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है। शहर के अन्य इलाकों में गंगानगर का AQI 324 और जय भीम नगर का 356 रहा। धीमी हवा की गति, बारिश की कमी और खुले में कूड़ा जलाने जैसे कारकों से हवा में जहरीले कण (PM2.5 और PM10) जमा होते जा रहे हैं। इससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ, सीने में भारीपन, आंखों में जलन और गले की खराश जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। सुबह की हल्की धूप भी प्रदूषण को कम करने में नाकाम साबित हो रही है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. यू.पी. शाही के अनुसार, पिछले 10 दिनों से हवा की रफ्तार बेहद कम है, जिससे प्रदूषक हवा में लटके रहते हैं। उन्होंने कहा, “जब तक तेज हवाएं नहीं चलेंगी और बारिश नहीं होगी, प्रदूषण में कोई राहत नहीं मिलेगी। अगले 2-3 दिनों में तापमान में 1-2 डिग्री की गिरावट आ सकती है, लेकिन इससे AQI पर खास असर नहीं पड़ेगा।” चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की वेधशाला के आंकड़ों के मुताबिक, रविवार को अधिकतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 11.6 डिग्री रहा। आने वाले 3-4 दिनों तक मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा, लेकिन प्रदूषण लाल श्रेणी में ही बना रहेगा।
ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तहत उठाए गए कदम—जैसे वाहनों पर पाबंदी और निर्माण कार्य रोकना—नाकाम नजर आ रहे हैं। जगह-जहां कूड़ा जलाया जा रहा है, जिससे स्थिति और बिगड़ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय के समाधान के लिए उद्योगों पर सख्ती, हरित ऊर्जा का प्रचार और पौधारोपण जरूरी है। फिलहाल, लोगों को मास्क पहनने, बाहरी गतिविधियां कम करने और घरेलू उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है।
मेरठ और आसपास के इलाकों में AQI का हाल:
| इलाका/शहर | AQI स्तर |
|---|---|
| गंगानगर | 324 |
| जय भीम नगर | 356 |
| पल्लवपुरम | 366 |
| बागपत | 345 |
| बुलंदशहर | 368 |
| हापुड़ | 433 |
| नोएडा | 414 |
| गाजियाबाद | 429 |
| ग्रेटर नोएडा | 396 |
| दिल्ली | 395 |
| मुजफ्फरनगर | 388 |





