आगरा के सदर थाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। एक 9 साल की मासूम बच्ची ने जिसे अपनी मां समझा, उसी पर उसे जबरन देह व्यापार में धकेलने का आरोप लगाया है। बच्ची के शरीर पर चोटों के निशान और उसकी दर्दनाक आपबीती ने हर किसी को झकझोर दिया।

बच्ची की गुहार और पुलिस कार्रवाई
बच्ची ने अपनी व्यथा भारतीय किसान यूनियन के एक नेता को सुनाई, जिन्होंने उसे तुरंत सदर थाने पहुंचाया। बच्ची ने बताया कि दो साल पहले उसे 60 हजार रुपये में एक महिला ने गोद लिया था, जिसे वह मां समझती थी। लेकिन उस महिला, गीता, ने उसे देह व्यापार के घिनौने धंधे में उतार दिया। विरोध करने पर गीता और उसके साथी अमित व छुट्टन उसे बेरहमी से मारते थे। बच्ची के शरीर पर मारपीट के निशान इस बात की गवाही दे रहे हैं।
पुलिस ने गीता, अमित और छुट्टन के खिलाफ देह व्यापार, मारपीट और बाल शोषण के तहत मुकदमा दर्ज किया है। तीनों आरोपी फरार हैं, और पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है। बच्ची ने बताया कि उसे कमरे में बंद रखा जाता था, लेकिन एक दिन मौका पाकर वह राहगीरों की मदद से भाग निकली और अपनी आपबीती सुनाई।
जांच में चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस पूछताछ में पता चला कि गीता ने बच्ची को दो साल पहले खरीदा था और तभी से उसका शारीरिक व मानसिक शोषण किया जा रहा था। बच्ची की मासूमियत का फायदा उठाकर उसे इस घिनौने धंधे में धकेला गया। पुलिस ने बच्ची को मेडिकल जांच के लिए भेजा है और उसकी सुरक्षा के लिए उसे सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।
सामाजिक चेतना की जरूरत
इस घटना ने समाज में व्याप्त मानव तस्करी और बाल शोषण जैसे जघन्य अपराधों पर सवाल खड़े किए हैं। भारतीय किसान यूनियन के नेता ने पुलिस से आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और कड़ी सजा देने की मांग की है। स्थानीय लोग भी इस घटना से आक्रोशित हैं और बच्ची को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस का बयान
आगरा पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है। डीजीपी के निर्देश पर सदर थाना पुलिस ने विशेष टीम गठित की है, जो आरोपियों की तलाश में जुटी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर बच्ची को इंसाफ दिलाया जाएगा।