3 की जान बचाकर, चौथी को बचाने के चक्कर में गई खुद की जान, 13 साल की बच्ची बनी मिसाल

राजस्थान में धौलपुर जिले में एक 13 साल की बच्ची ने बहादुरी का मिसाल पेश किया। 23 अगस्त को धौलपुर में पार्वती नदी में पाँच बच्चे फुलरिया विसर्जन करने गए थी जिनमें से दो बच्चि‍यां गहरे पानी में डूब गईं और उनकी मौत हो गई। वहीं अनुष्का नाम की एक लड़की ने तीन लड़कों को डूबने से बच लिया पर जब वो चौथे बच्चे को बचाने गई तो वह खुद डूब कर अपनी जान गाव दी।

बहादुर बच्ची अनुष्का.

यह दुखद घटनाद मनियां थाना इलाके की ग्राम पंचायत विनती पुरा के गांव खूबी का पुरा की है। सरपंच राजेश सिकरवार ने ग्रामीणों की मदद से निजी स्तर पर रेस्क्यू शुरू कर दोनों बच्चियों के शव को नदी से बाहर निकाला। उसके बाद घटना की सूचना मनियां थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने दोनों बच्च‍ियों के शव लेकर मनियां के सरकारी अस्पताल की मॉर्चुरी में रखवा दिए और रात को ही परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमॉर्टम करा कर दोनों का शव सुपुर्द कर दिए गए।

घटना की जानकारी देते हुए विनतीपुरा के सरपंच राजेश सिकरवार ने बताया कि अनुष्का चार अन्य बच्चों के साथ नदी तट पर गई थी। यह लोग सोमवार की दोपहर पार्वती नदी के तट पर पल्हैया अनुष्ठान में हिस्सा लेने गए थे। अनुष्ठान के बाद बच्चों ने सोचा कि नदी में नहा लिया जाए। यह सोचकर सभी नदी में कूद पड़े, लेकिन तीन बच्चे नदी की धारा के साथ बहने लगे और डूबने लगे। यह देखकर अनुष्का नदी में कूद पड़ी और उन्हें नदी के किनारे पहुंचाया। यह तीनों बच गए। इसी दौरान अनुष्का के चाचा की लड़की 7 साल की छवि पानी की धारा के साथ आगे बह गई। उसे बचाने के चक्कर में अनुष्का नदी में खुद भी डूब गई।

राजेश ने बताया कि अनुष्का तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। वह 8वीं क्लास में पढ़ती थी। एक दिन पहले ही अनुष्का ने अपने दो छोटे भाइयों को राखी बांधी थी। वह गांव की एक बहादुर लड़की थी, जिसने तीन बच्चों की जान बचाई। मैंने तय किया है कि उसके नाम पर एक कांपटीशन शुरू किया जाएगा। यह घटनास्थल मनीला पुलिस थाने के तहत आता है। पुलिस थाने के हेड कांस्टेबल अशोक कुमार ने बताया कि (13) वर्षीय अनुष्का छवि (7) को बचाते हुए डूब गई। लेकिन उसने खुशबू (12), पंकज (10) और गोविंदा (10) को बचा लिया।

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