
नई दिल्ली| हाल ही में पीओके में हुई सफल सर्जिकल स्ट्राइक ने आतंवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में नई जान फूंक दी है| इसके चलते पाकिस्तान में सार्क सम्मलेन रद्द हुआ और अब भारत आसियान देशों के बीच भी पाकिस्तान को अलग-थलग करने में जुट गया है| अगर ऐसा होता है तो यह पाकिस्तानी पीएम नवाज को बड़ा झटका होगा|
नवाज को बड़ा झटका
भारत ने इस मुहीम को सफल बनाने के लिए सभी आसियान सदस्य देशों से आतंकवादी नेटवर्कों को तबाह करने में सहयोग मांगा है| इस बाबत रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को आसियान रीजनल फोरम के रक्षा शिक्षा संस्थानों के प्रमुखों से मुलाकात की है|
इस मीटिंग के बाद रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवाद हमारी ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती है| इसका हर जगह विरोध किया जाना चाहिए| सभी देशों को आतंकी नेटवर्कों को ढूंढने और उन्हें बर्बाद करने में सहयोग करना चाहिए|
पिछले एक हफ्ते से आसियान सदस्य देशों से लगातार राजनयिक संपर्क साधा जा रहा है| सिंगापुर के पीएम ली सेन लूंग आज-कल भारत की यात्रा पर हैं तो म्यांमार की विदेश मंत्री आंस सान सू ची और थाइलैंड के पीएम प्रयुत चान-ओ-चा जल्द भारत आने वाले हैं| माना जा रहा है कि आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का साथ देंगे|
गौरतलब है कि दक्षिण एशियाई देशों के संगठन सार्क में भारत के बाद ज्यादातर देशों ने आतंकवाद के मुद्दे पर इस्लामाबाद में होने वाले सम्मेलन में शामिल करने से इनकार कर दिया था|