कुशीनगर जिले में एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। पडरौना के सुकरौली क्षेत्र में मझना नाला के पास 6 जून 2025 को मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी इंद्र कुमार तिवारी (45) की हत्या का सनसनीखेज खुलासा पुलिस ने 29 जून को किया।

इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी ने अपने दो साथियों, जिसमें उसका पति कौशल गौड़ शामिल है, के साथ मिलकर इंद्र कुमार को फर्जी शादी के जाल में फंसाया और सुहागरात की रात उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से मृतक का आधार कार्ड, नकदी, और शादी के लिए लाए गए जेवर बरामद किए हैं।
इंद्र कुमार तिवारी, जबलपुर के पड़वार (खितौला) गांव के निवासी, एक स्कूल शिक्षक और किसान थे। उनके पास 18 बीघा (लगभग 11 एकड़) जमीन थी, लेकिन वह अविवाहित थे और अकेलेपन से परेशान थे। अप्रैल 2025 में, उन्होंने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के एक प्रवचन में अपनी शादी न होने की व्यथा साझा की थी। इस दौरान उन्होंने अपनी जमीन का जिक्र किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो को देखकर साहिबा बानो ने इंद्र को निशाना बनाया। उसने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर खुद को “खुशी तिवारी” के रूप में पेश किया और सोशल मीडिया के जरिए इंद्र से संपर्क किया।
साहिबा ने इंद्र को शादी का प्रस्ताव दिया और उसे गोरखपुर बुलाया। इंद्र ने अपनी जमीन का एक हिस्सा गिरवी रखकर 1.5 लाख रुपये और जेवर तैयार किए। 30 मई 2025 को वह गोरखपुर पहुंचा, जहाँ साहिबा और उसके साथियों ने एक होटल में फर्जी शादी का नाटक रचा। इंद्र ने शादी की तस्वीरें अपने रिश्तेदारों को भेजीं, लेकिन उसी रात साहिबा ने खाने में नींद की गोलियाँ मिलाकर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद, साहिबा, कौशल गौड़, और उनके एक अन्य साथी ने मिलकर इंद्र की चाकू से हत्या कर दी और शव को सुकरौली के मझना नाला के पास झाड़ियों में फेंक दिया। शव के गले में चाकू धंसा हुआ था, और पास से कोई जेवर, नकदी, या मोबाइल नहीं मिला।
पुलिस की कार्रवाई
6 जून को हाटा कोतवाली क्षेत्र में शव मिलने के बाद पुलिस ने अ-podunk调查 शुरू की, लेकिन शव की पहचान नहीं हो पाई थी। जबलपुर के मझौली थाने में दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्ट और वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने शव की पहचान इंद्र कुमार तिवारी के रूप में की। कुशीनगर पुलिस ने तीन टीमें गठित कीं, जिन्होंने मध्य प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर जाँच की।
पुलिस ने साहिबा बानो, कौशल गौड़, और उनके एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में साहिबा ने अपना असली नाम बताया और अपराध कबूल किया। पुलिस ने बताया कि साहिबा और उसके साथी शादी की तस्वीरों का इस्तेमाल कर इंद्र की संपत्ति हड़पने की योजना बना रहे थे। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या), 120B (आपराधिक साजिश), और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
साजिश का मकसद
जाँच में पता चला कि साहिबा ने इंद्र की 18 बीघा जमीन पर नजर रखी थी। उसने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर हिंदू महिला बनने का नाटक किया और शादी की तस्वीरों का उपयोग कर इंद्र की विधवा बनकर संपत्ति हड़पने की योजना बनाई थी। कौशल गौड़ ने खुद को साहिबा का भाई बताकर इंद्र को गोरखपुर बुलाने में मदद की। पुलिस को शक है कि यह गिरोह पहले भी इस तरह के फर्जी शादी के जाल में लोगों को फंसाकर अपराध कर चुका है।