लखनऊ के चारबाग आउटर स्टेशन के पास 28 जून की शाम को अयोध्या से आनंद विहार जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 22425) पर अज्ञात शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया।

इस घटना में चेयरकार बोगी C-11 की सीट नंबर 30, 31, और 32 के सामने वाली खिड़की का शीशा टूट गया, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई। यह हादसा तब हुआ जब ट्रेन आलमबाग पश्चिम केबिन के पास पहुंची थी। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शनिवार शाम को अयोध्या से आनंद विहार जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस चारबाग स्टेशन से रवाना हुई थी। ट्रेन के आलमबाग पश्चिम केबिन के पास पहुंचते ही अज्ञात व्यक्तियों ने बोगी C-11 पर पत्थर फेंके, जिससे खिड़की का शीशा चकनाचूर हो गया। एक यात्री, निर्मेष, ने इस घटना की शिकायत तुरंत RPF कंट्रोल रूम में दर्ज कराई। सौभाग्यवश, इस घटना में किसी यात्री को चोट नहीं आई, लेकिन शीशा टूटने से यात्रियों में डर का माहौल बन गया।
RPF और पुलिस की कार्रवाई
RPF ने भारतीय रेलवे अधिनियम की धारा 153 (रेलवे पर यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालने वाला गैरकानूनी कृत्य) और 147 (रेलवे संपत्ति पर अनधिकृत प्रवेश) के तहत मामला दर्ज किया है। RPF और सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) की संयुक्त टीमें घटनास्थल के आसपास छानबीन कर रही हैं। ट्रेन में लगे CCTV फुटेज की मदद से दोषियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। RPF के एक अधिकारी ने बताया कि लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में वंदे भारत ट्रेनों पर पथराव की घटनाएँ पहले भी हो चुकी हैं, और कई बार दोषियों को गिरफ्तार भी किया गया है।
वंदे भारत पर पथराव की बढ़ती घटनाएँ
वंदे भारत एक्सप्रेस, भारत की सबसे आधुनिक और तेज गति वाली ट्रेनों में से एक, पर पथराव की घटनाएँ देशभर में बार-बार सामने आ रही हैं। 2023 में, भारतीय रेलवे ने 1,503 पथराव की घटनाओं की सूचना दी थी, जिसमें वंदे भारत ट्रेनें प्रमुख निशाना रहीं। इन घटनाओं से रेलवे को कई करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। हाल के वर्षों में, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्च excellenceिम बंगाल, केरल, और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में वंदे भारत ट्रेनों पर पथराव की घटनाएँ दर्ज की गई हैं।
- उत्तर प्रदेश: 4 नवंबर 2024 को खुरजा के पास वंदे भारत पर पथराव हुआ, जिसमें सांसद चंद्रशेखर आजाद सवार थे।
- पश्चिम बंगाल: 15 अप्रैल 2025 को भागलपुर-हावड़ा वंदे भारत पर हटपुरैनी हॉल्ट के पास पथराव हुआ।
- केरल: 2 मई 2023 को तिरुनावाया और तिरूर के बीच वंदे भारत पर पत्थर फेंके गए।
- बिहार: 20 जनवरी 2023 को कटिहार के डालखोला-तेलता स्टेशन के बीच पथराव हुआ।
इन घटनाओं ने रेलवे सुरक्षा और सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा के लिए जागरूकता की आवश्यकता को उजागर किया है।
सामाजिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
पथराव की घटनाओं ने रेलवे प्रशासन और यात्रियों में चिंता बढ़ा दी है। सांसद चंद्रशेखर आजाद ने 2024 में अपने साथ हुई घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा था, “पथराव न केवल सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरे में डालता है। माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों को इस बारे में जागरूक करना चाहिए।” रेलवे ने कई क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाए हैं, लेकिन पथराव की घटनाएँ रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
लखनऊ के इस ताजा मामले में, RPF ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर आसपास के इलाकों में गश्त बढ़ा दी है। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे ऐसी घटनाओं की तुरंत सूचना ‘रेल मदद’ हेल्पलाइन नंबर 139 पर दें।