मथुरा में बालिकाओं के यौन उत्पीड़न मामले में CBI की गहन जांच, बाबा के खिलाफ जुटाए साक्ष्य, पीड़ित परिवार से की मुलाकात

मथुरा के जैंत थाना क्षेत्र में नाबालिग बालिकाओं के यौन उत्पीड़न और उनकी अश्लील तस्वीरें व वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के सनसनीखेज मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अपनी जांच तेज कर दी है।

सोमवार को CBI की टीम एक बार फिर मथुरा पहुंची और गांव जाकर आरोपी बाबा, श्याम बिहारी, के खिलाफ साक्ष्य जुटाए। टीम ने एक पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उस मंदिर की गहन जांच की जहां बाबा रहता था। इससे पहले, CBI ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) श्लोक कुमार से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी साझा की और जांच में सहयोग मांगा।

CBI की कार्रवाई
CBI ने 17 जून 2025 को स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले में केस दर्ज किया था। 19 जून को आरोपी श्याम बिहारी के छाता, मथुरा स्थित आवास पर छापेमारी की गई, जहां से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए। फोरेंसिक जांच में इन उपकरणों से भारी मात्रा में बाल यौन उत्पीड़न सामग्री (CSAM) बरामद हुई, जिसमें नाबालिग बच्चों के दुष्कर्म, यौन शोषण, और अश्लील तस्वीरें शामिल थीं। INTERPOL के इंटरनेशनल चाइल्ड सेक्शुअल एक्सप्लॉइटेशन (ICSE) डेटाबेस और Google के साइबर टिपलाइन रिपोर्ट्स के आधार पर इस सामग्री की पुष्टि हुई। 21 जून को CBI ने श्याम बिहारी को गिरफ्तार कर लिया और उसी दिन एक पीड़ित बालिका के बयान न्यायालय में दर्ज कराए।

सोमवार की जांच
सोमवार को CBI की टीम ने SSP श्लोक कुमार से मुलाकात कर बताया कि आरोपी उनकी हिरासत में है और गांव में साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस बल की जरूरत है। SSP के निर्देश पर जैंत थाना प्रभारी अश्विनी कुमार और पुलिसकर्मी CBI के साथ गांव पहुंचे। दोपहर करीब 1 बजे गांव पहुंची टीम ने लगभग एक घंटे तक जांच की। CBI ने उस मंदिर की तलाशी ली जहां श्याम बिहारी रहता था और आसपास के लोगों से उसके व्यवहार और गतिविधियों की जानकारी ली। एक पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनकी बच्ची के साथ हुई घटना का विवरण जुटाया गया।

पीड़िताओं के बयान और सावधानी
सूत्रों के अनुसार, CBI जल्द ही अन्य पीड़ित बालिकाओं के बयान भी न्यायालय में दर्ज कराएगी। अधिकांश पीड़िताएं 6 से 12 वर्ष की हैं, इसलिए CBI बाल कल्याण समिति की मदद से सावधानी बरत रही है। पीड़िताओं की पहचान और उनके परिवारों को बयान दर्ज कराने के लिए तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है। CBI का कहना है कि यह मामला उनकी सक्रिय साइबर निगरानी और अंतरराष्ट्रीय सहयोग से सामने आया, क्योंकि न तो पीड़िताओं और न ही उनके परिवारों ने पहले कोई शिकायत दर्ज की थी।

पुलिस का सहयोग
SSP श्लोक कुमार ने बताया कि CBI ने बाबा की गिरफ्तारी और जांच की जानकारी दी। उनकी मांग पर पुलिस बल उपलब्ध कराया गया और आगे भी हर संभव सहयोग किया जाएगा। जैंत थाना प्रभारी ने गांव में CBI के साथ मिलकर जांच में सहायता की।

श्याम बिहारी, छाता का रहने वाला, खुद को साधु बताता था और मंदिर में रहकर बच्चों को लालच देकर उनका यौन शोषण करता था। X पर एक पोस्ट के अनुसार, वह इन अश्लील सामग्रियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और डार्क वेब पर बेचता था। CBI की जांच में सामने आया कि उसने कई नाबालिग बच्चों को धमकाकर उनकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाए।

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