इटौंजा थाना क्षेत्र के भगवतीपुर में एक ईंट-भट्ठे पर 6 जून 2025 की रात 40 वर्षीय सुनीता की ईंट और लात-जूतों से पीटकर हत्या कर दी गई।

बच्चों के मामूली विवाद ने बड़ों में कहासुनी का रूप लिया, जिसके बाद तीन मजदूरों ने सुनीता पर हमला कर दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों—राजकुमार, रामकिशोर (सीतापुर के सिधौली) और रामभरोसे (कमलापुर)—को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। गैर इरादतन हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
सुनीता अपने पति खेलावन मांझी, बेटे गौतम, और ससुर राजेंद्र के साथ भगवतीपुर के ईंट-भट्ठे पर झोपड़ी में रहती थी। शुक्रवार रात 8 बजे सुनीता का पोता एक परिचित के साथ टंकी से पानी भरने गया, जहां अन्य बच्चों से उसका विवाद हो गया। यह विवाद बड़ों तक पहुंचा, और खेलावन-सुनीता का राजकुमार, रामकिशोर, और रामभरोसे से झगड़ा शुरू हो गया। तीनों ने सुनीता को पहले लात-जूतों से पीटा, फिर ईंटों से हमला किया। सुनीता लहूलुहान होकर बेहोश हो गई। भीड़ जुटने पर आरोपी फरार हो गए। सुनीता को रामसागर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस कार्रवाई:
खेलावन की शिकायत पर इटौंजा पुलिस ने गैर इरादतन हत्या (BNS धारा 105) के तहत मुकदमा दर्ज किया। इंस्पेक्टर मार्कंडेय यादव ने बताया कि शनिवार सुबह अरंबा नहर पुलिया के पास तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करते हैं। पुलिस ने घटनास्थल से खून से सने कपड़े और ईंटें बरामद की हैं। सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों के आधार पर जांच जारी है।