UP: गांबिया में कफ सीरप से मौत के बाद यूपी में अलर्ट, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने 3 दिन में मांगी रिपोर्ट
UP: अफ्रीकी देश गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत पर डब्ल्यूएचओ ने भारतीय दवा कंपनी के चार कफ सिरप के खिलाफ एलर्ट जारी किया है । प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक से पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट तलब की है। उप मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि मानक के खिलाफ चल रही दवा कंपनी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
यूपी में नहीं होती बिक्री
Cough Syrup प्रोमेथाजिन ओरल सॉल्यूशन, कोफेक्समालिन बेबी सिरप, मकॉफ बेबी कफ सिरफ, मैग्रीप एन कोल्ड सिरप हरियाणा की मेडेन फार्मास्युटिकल्स बनाती है। गाम्बिया में इन सिरप के पीने से बच्चों की मौत की सूचना है। इसके बाद डब्लूएचओ (WHO) ने इन सिरप को असुरक्षित घोषित कर दिया है। इसी के बाद एफएसडीए (FSDA) ने भी यूपी में इन सिरप की बिक्री का पता लगाने के निर्देश दिये हैं।
कफ सिरप क्यों है असुरक्षित
डब्ल्यूएचओ (WHO) ने कफ सिरप (Cough Syrup) के 23 नमूनों की जांच कराई थी, इन चारों सिरप में डायथाईलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल की मात्रा मानक से ज्यादा मिली है. यह मीठा पदार्थ है। इसमें न तो खुशबू होती है और न ही रंग. मीठा होने के कारण बच्चे इसे आसानी से पी लेते हैं। इनकी मात्रा मानक के अनुसार न होने से पेट दर्द, पेशाब न होने, किडनी की समस्या, मानसिक स्थिति गड़बड़ जैसी समस्याएं होती है।
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UP: इससे पहले दिसंबर 2015 में वडोदरा, गुजरात में स्थित फूड एंड ड्रग लेबोरेटरी ने एक रिपोर्ट में बताया था कि मेसर्स मेडेन की Macirpo 250 टैबलेट अपने डिजॉल्यूशन टेस्ट में पास नहीं हो पाई है। इस दवा का इस्तेमाल बैक्टीरियल इंफेक्शन से लड़ने के लिए किया जाता है। ऐसे ही कंपनी की बाकी दवाओं को लेकर भी सवाल उठे थे।