बिजली के दामों में हो सकती है बढ़ोतरी
पेट्रोल-डीजल के बाद अब बिजली के दाम भी बढ़ सकते हैं। बताया जा रहा है कि देश की power distribution company काफी घाटे में चल रही है। भारत में उर्जा का मुख्य स्त्रोत कोयला है। खबरों के मुताबिक देश के power sector की हालत कुछ ठीक नहीं है।
देश में बड़े पैमाने पर कोयला का आयात किया जाता है और उर्जा का मुख्य स्त्रोत भी माना जाता है। इस तरह वैश्विक स्तर पर फ्यूल के दाम बढ़गे तो power generating के दाम भी बढ़ेंगे। वहीं, कोयल के संकट के बाद पावर मिनिस्ट्री ने ऑटोमैटिक पास-थ्रू मॉडल को लेकर निर्देश जारी किया है
इस मॉडस के तहत फ्यूल के दाम बढ़ते हैं तो सरकारी डिस्कॉम के ऊपर एडिशनल भार आएगा। इसके तहत पावर प्लांट्स को ज्यादा दाम चुकाना होगा। लेकिन इस कारण जेनरेटिंग कंपनियों की हालत में काफी सुधार होगा। वहीं, दूसरी तरफ इस फैसले से डिस्कॉम की माली हालत बिगड़ सकती है। ऐसे में यदि फ्यूल के दाम बढ़ते हैं तो डिस्कॉम को बिजली खरीदने के लिए ज्यादा दाम देना होगा। जिससे सीधे तौर पर आम जनता की जेब पर असर पड़ेगा। कोयला संकट के बाद भारत के कई पावर प्लांट्स ने अपना काम बंद कर दिया है। बिजली उत्पादन के लिए कोयल की जरूरत को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। इस तरह कोयले के अभाव में बिजली के दामों में बढ़ोतरी हो सकती है।