उदयपुर में पूर्व सांसद महावीर भगोरा के बेटे आशीष भगोरा ने की आत्महत्या, पुलिस जांच में जुटी

राजस्थान के उदयपुर में पूर्व सांसद महावीर भगोरा के बेटे डॉ. आशीष भगोरा ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना एकलव्य कॉलोनी, मल्लातलाई क्षेत्र में सुबह हुई, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। अंबामाता थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू कर दी है।

सुबह जब परिजनों ने आशीष को नहीं देखा, तो उनकी तलाश शुरू की। वे अपने द्वारा संचालित लाइब्रेरी के पास वाले कमरे में पंखे से लटके मिले। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। अंबामाता थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए महाराणा भूपाल चिकित्सालय भेजा। प्रारंभिक जांच में पता चला कि आशीष ने फांसी लगाकर जान दी। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन पुलिस उनके मोबाइल और अन्य सामान की जांच कर रही है।

आशीष भगोरा के बारे में:
आशीष उच्च शिक्षित थे और पीएचडी धारक थे। स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों के अनुसार, वे कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान थे, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। X पर कुछ पोस्ट्स में बताया गया कि आशीष ने लाइब्रेरी में फांसी लगाई, और आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चला है।

पुलिस जांच:
अंबामाता थाना अधिकारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम और फोरेंसिक जांच के बाद मौत के कारण स्पष्ट होंगे। पुलिस आशीष के मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड्स, और हाल की गतिविधियों की जांच कर रही है। आत्महत्या के पीछे तनाव, पारिवारिक मुद्दे, या अन्य कारणों की पड़ताल की जा रही है।

महावीर भगोरा का राजनीतिक सफर:
महावीर भगोरा बीजेपी के वरिष्ठ नेता थे और सलूंबर से सांसद रहे। वे 1993 में गोगुंदा से विधायक बने और भैरोंसिंह शेखावत सरकार में राज्यमंत्री रहे। 2008 के नोट के बदले वोट कांड में उनका नाम उछला, जिसके चलते उन्हें जेल भी जाना पड़ा। 2021 में उनका निधन कोविड-19 के कारण हुआ। उनके निधन के बाद आशीष परिवार में प्रमुख सदस्य थे।
पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक विश्लेषण का इंतजार कर रही है। परिवार और दोस्तों से पूछताछ के साथ-साथ आशीष की मानसिक स्थिति और हाल की गतिविधियों की जांच की जा रही है।

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