
बीते दिनों नेपाल में प्रधानमंत्री को चुने जानें के लिए विश्वास मतों का आजोयन किया गया। लेकिन सदन में केपी शर्मा ओली को पर्याप्त मतें नहीं मिल सकीं और उनके नेपाल के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। लेकिन विश्वासमतों से मात खाने के ठीक 3 दिनों बाद एक बार फिर केपी शर्मा ओली को नेपाल का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। जिसके बाद आज उनके शपथग्रहण का आयोजन भी किया जा रहा है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि नेपाल की राष्ट्रपति विद्या भण्डारी ने नेपाल की संविधान के तहत सबसे बड़े दल के नेता होने के कारण ओली को प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त किया है।

नेपाल की संसद में विश्वास का मत हारने के बाद राष्ट्रपति ने गठबन्धन की सरकार बनाने के लिए तीन दिन का समय दिया था। लेकिन नेपाल की विपक्षी पार्टियों की तमाम कोशिश के बावजूद बहुमत जुटाने में नाकाम रहे। इसी बीच केपी शर्मा ओली आज यानी शुक्रवार को शपथ ग्रहण करके एक बार फिर से नेपाल की जिम्मेदारियां अपने कंधों पर धारण करेंगे। नेपाल की प्रमुख विपक्षी पार्टी नेपाली कांग्रेस, माओवादी और जनता समाजवादी पार्टी अगर एकजुट रहती तो ओली के खिलाफ बहुमत आसानी से जुट सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सभी विपक्षी ओली को सत्ता से बेदखल करने में नाकामियाब रहे।
