
कृषि कानूनों को लेकर लेकर जारी विरोध और वापसी की मांग के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बीच का रास्ता सुझाया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि इन्हें 1-2 साल लागू करके देख लिया जाए। राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर किसानों को यह कानून फिर भी लाभकारी नहीं लगते हैं तो सरकार उसमें संशोधन करेगी।

आंदोलनकारी किसानों को अपना ही बताते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि धरने पर बैठे लोग किसान है और किसान परिवारों में ही जन्में हैं। हम उनके प्रति पूरा सम्मान रखते हैं। राष्ट्रीय राजधानी द्वारका में एक रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने बताया कि वह स्वंय भी किसान के ही बेटे हैं। इसी के साथ उन्होंने इस बात का आश्वासन भी दिया कि मोदी सरकार कभी भी किसानों का अहित नहीं होने देगी।
ट्रायल के तौर पर नए कानूनों को लेने का अनुरोध करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि अगर यह कानून लाभकारी नहीं लगते हैं तो सरकार इसमें जरूरी संशोधन अवश्य करेगी। राजनाथ सिंह ने कहा कि अभी एक से दो सालों के लिए ही इसे लागू करने दिया जाए। इसे प्रयोग के तौर पर लागू करने के बाद अगर किसानों को यह लाभकारी नहीं लगते हैं तो सरकार इसमें हरसंभव संशोधन करेगी।