हिंदी दिवस हर साल सितंबर के महीने में 14 तारीख को मनाया जाता है। आपको बता दें, राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत हुई। राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की स्थापना सन् 1936 में हुई थी। राष्ट्रभाषा प्रचार समिति का मुख्य केंद्र महाराष्ट्र के वर्धा में था। डॉ॰ राजेन्द्र प्रसाद, सुभाषचन्द्र बोस, महात्मा गाँधी, पं॰ जवाहरलाल नेहरू, राजर्षि पुरुषोत्तमदास टंडन, आचार्य नरेन्द्र देव इस समिति के प्रमुख थे।

हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने में काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा। हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने के लिए सन् 1900 में 14 सितंबर को मध्यप्रदेश के जबलपुर में जन्में हिंदी के महान साहित्यकार व्यौहार राजेन्द्र सिंह ने काफी संघर्ष किए।व्यौहार राजेन्द्र सिंह के इसी कठिन संघर्ष और अथक प्रयासों के फल स्वरूप ही हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिला। सविंधान सभा ने व्यौहार राजेन्द्र सिंह के संघर्षों और अथक प्रयास पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए सन् 1949 में 14 सितंबर को सर्वसम्मति से हिंदी को देश की राष्ट्रीय भाषा बनाने का निर्णय लिया।