
नई दिल्ली। अवैध खनन मामले में प्रावर्तन निदेशालय ने उत्तर प्रदेश के 11 बड़े अफसरों पर मुकदमा दायर किया है। इस घोटाले में यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश कि मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि ये घोटालें वर्ष 2012 से 16 के बीच हुए हैं और ये सभी आईएस अफसर पिछले सरकार में प्रभावशाली थे।
बता दें उत्तर प्रदेश के 8 आईएएस अफसरों के खिलाफ ईडी ने कार्रवाई की है। ईडी ने सहारनपुर के पूर्व डीएम पवन कुमार पर केस दर्ज किया है। जिन दूसरे आईएएस अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज की गई है उनमे बी चंद्रकला पूर्व डीएम हमीरपुर, अभय सिंह पूर्व डीएम फतेहपुर, विवेक पूर्व डीएम देवरिया,
आईएएस देवी शरण उपाध्याय, आईएएस संतोष राय पूर्व विशेष सचिव खनन व आईएएस जीवेश नंदन पूर्व प्रमुख सचिव खनन शामिल हैं।
इस घोटाले की कड़ी इस तरह जुड़ती है। खनन विभाग के तत्कालीन प्रमुख सचिव जीवेश नंदन के आदेश पर 25 जिलों के डीएम को शासनादेश भेजा गया था।शासनादेश के चलते जिलों के डीएम ने पट्टा जारी किया था।
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जीवेश नंदन अभी भारत सरकार में तैनात हैं। खनन घोटाले में अब तक सीबीआई ने तीन मामले दर्ज किए हैं। जिन अफसरों पर छापे पड़े हैं, सभी ने तब पट्टे बांटे थे, जब अखिलेश यादव के पास खनन मंत्रालय था। इससे अखिलेश यादव की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।