
REPORT: नीरज सिंघल/सहारनपुर
सहारनपुर में कांवड़ यात्रा के अंतिम दौर में हाईवे पूरी तरह भगवा हो गया है। पैरों में घुंघरू बांधकर, हाथ में कांवड़ और मुख भगवान शंकर नाम लेकर कांवड़िए तेजी से शिवालयों की ओर बढ़ते जा रहे हैं।
हर तरफ हर-हर महादेव, जय शंकर, जय भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। डीजे पर बज रही धुनों पर कांवड़िए नाचते-गाते हुए चल रहे हैं।
17 जुलाई से शुरू हुई कांवड़ यात्रा अब चरम पर है। 30 जुलाई को शिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा, जिसके लिए एक दिन बचा है। अभी तक पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान, पड़ोसी जनपदों के लाखों कांवड़िए सहारनपुर के रास्ते बारिश और गर्मी की परवाह किए बगैर शिवालयों की ओर बढ़ गए। कांवड़ यात्रा अब अंतिम दौर में पहुंच गई है।
सोमवार को अंबाला हाईवे स्थित शाहजहांपुर चेक पोस्ट से लेकर देहरादून रोड पर गागलहेड़ी तक पूरे मार्ग पर शिवभक्त ही नजर आए। कांवड़ियों का कोई ग्रुप रंग-बिरंगी 10 से 20 फीट ऊंची कांवड़ लेकर चल रहा है तो कोई वाहनों पर कांवड़ के साथ भगवान शिव-पार्वती, राधा-कृष्ण, भगवान हनुमान की झांकी सजाकर ला रहे हैं।
वाहनों पर लगे डीजे सिस्टम पर बज रहे भजनों पर कांवड़िए नाचते गाते चल रहे हैं। पुलिस-प्रशासन का अनुमान है कि रविवार तक चार लाख से अधिक कांवड़िए जल लेकर लौटे हैं।
अंतिम दौर में तेजी से शिवभक्तों की संख्या बढ़ी है। शिवरात्रि पर्व तक यह संख्या पांच लाख से ऊपर पहुंचने की संभावना है।
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रविवार को बड़ी संख्या में दुपहिया वाहनों, टैक्टर-ट्राली, मिनी ट्रक और बड़े ट्रकों पर डाक कांवड़िए हरिद्वार से जल लेने के लिए रवाना हुए। इनमें हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, सहारनपुर सहित पड़ोसी जनपदों के कावंड़िए नजर आए।
डाक कांवड़िए ड्रेस कोड में चल रहे हैं। किसी ग्रुप के शिवभक्तों ने लाल, पीली तो किसी ने नीली, हरि व केसरिया परिधान पहन रखा है। सोमवार को डाक कांवड़ लेकर लौटने का सिलसिला तेज होगा, जो मंगलवार की दोपहर तक सड़कों पर नजर आएगा।
आकर्षण का केंद्र बनी रंग-बिरंगी लाइटें
पूरा कांवड़ मार्ग रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगा रहा है। सड़क के डिवाइडरों से सहित दोनों तरफ रंग-बिरंगी लाइटें लगाई है। सबसे ज्यादा रौनक घंटाघर, देहरादून चौक और जनकपुरी चौक पर नजर आ रही है। शहर के लोग भी रौनक देखने के लिए शाम के समय कांवड़ मार्ग का रुख कर रहे हैं।