सीएम योगी ने मौनी अमावस्या के दूसरा शाही स्नान पर श्रद्धालुओं को दी शुभकामनाएं

मौनी अमावस्या पर महास्नान का पर्व शुरू हो गया है। संगम किनारे जमे श्रद्धालुओं ने 11 बजे रात के बाद से ही स्नान शुरू कर दिया और इसी के साथ आस्था के महाकुंभ में महास्नान का पर्व शुरू हो गया।

प्रयागराज कुंभ-2019 के प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों एवं कुंभ में स्नान के लिए देश-विदेश से पधारे पूज्य संत-महात्माओं एवं श्रद्धालुओं को सीएम योगी आदित्यनाथ ने हार्दिक शुभकामनाएं दी।

सबसे बड़ा पंचदशनाम जूना अखाड़ा के संतों ने संगम में लगाई डुबकी। इन्हीं के साथ आवाहन और अग्नी अखाड़े के संत भी संगम पर डुबकी लगाने पहुंचे। तीनों अखाड़ों के संत डुबकी लगाने के बाद घाट से प्रस्थान कर रहे हैं। 9.45 बजे तक इन संतों को अपने शिविर में पहुंचना है। इसके बाद बैरागी अखाड़े के संत संगम पर स्नान को पहुंचेंगे।

संगम की रेती की शान अखाड़ों ने मौनी अमावस्या स्नानपर्व पर दूसरी शाही डुबकी लगानी शुरू कर दी है। अखाड़ों में बनाए गए नए नगा साधु दूसरे शाही स्नान की शान बन रहे हैं। संतों, महामंडलेश्वरों के साथ ही नए बने नागा संन्यासियों में डुबकी लगाने को लेकर सबसे ज्यादा आतुरता देखी जा रही है।

संतों के शाही स्नान के लिए अखाड़ों की छावनी से लेकर मुख्य संगम नोज तक खास बैरीकेडिंग की गई है। प्रत्येक अखाड़े को स्नान के लिए चालीस मिनट का समय दिया जा रहा है। अखाड़ों के स्नान के बीच में बीस मिनट के अंतराल में घाट खाली कराने और सफाई की व्यवस्था की गई है।

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संगम की रेती की शान अखाड़ों ने मौनी अमावस्या स्नानपर्व पर दूसरी शाही डुबकी लगानी शुरू कर दी है । अखाड़े सिर्फ कुंभ पर्वों में ही स्नान को आते हैं। ऐसे में आस्था, परंपरा और संस्कार के संगम के साथ त्रिवेणी, कुंभ पर्व पर अखाड़ों के शाही स्नान का साक्षी बन रही है।

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