आंखों के आगे दिखने वाली तेज रोशनी छीन सकती हैं आपकी आंखों की रोशनी, रहें होशियार

हमारे शरीर का सबसे नाजुक और कोमल कोई अंग है तो वह है हमारी आंख। कहते हैं ना खूबसूरत कोई इंसान नहीं बल्कि खूबसूरती इंसान की आंखों में होती है। लेकिन जब उन्हीं आंखों में कोई परेशानी हो जाए तो यह हमारे लिए खतरनाक होती है। नजर के आगे धब्बे या तैरती हुई कुछ लकीरें दिखाई देना। इसलिए तो हम आपको इस बीमारी से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं।

नाजुक और कोमल

रोग का स्वरूप

कई बार आपको अपनी आंखों के सामने काले रंग के धब्बे या लकीरे नजर आने लगते हैं। यह आपको आसामान की ओर देखते हुए नजर आता है। यह आंख के भीतर की खोखली जगह को भरता है। जैसे ही व्यक्ति की उम्र बढ़ती है यह रोग उतना ही बढ़ता जाता है।

कारण

कई बार आपको सामने काफी तेज रोशनी दिखाई देती है जिसे हम फ्लैशेल कहते हैं। यह एक बार में एक ही नजर के सामने आती है। फ्लोटर्स की तरह ही फ्लैशेस भी विट्रियस जेल के रेटिना से खिंचने के कारण होते हैं। इतना ही नहीं कई बार माइग्रेन और या हैमरोज के कारण भी इस रोग के होने का खतरा रहता है। कई बार यह समस्या विट्रियस जेल के रेटिना के खिंचने के कारण भी हो सकती है। इस समस्या को आप पोस्टीरियर विट्रियस डिटैचमैंट के भी नाम से जानते हैं।

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हालांकि फ्लोटर्स और फ्लैशेस खतरनाक नहीं होते पर इनके कारण आंखों में जो बदलाव आते हैं, वे नुकसानदायक हो सकते हैं। अगर इनका इलाज न हो, तो आंखों की रोशनी भी जा सकती है। ज़्यादातर मामलों में विट्रियस के रेटिना से अलग होने के लक्षण दिखाई नहीं देते, पर यदि सिकुडऩे की वजह से विट्रियस जेल आंख की सतह से खिंच जाए, तो रेटिना के फटने के आसार बढ़ जाते हैं। यदि फटे हुए रेटिना का उपचार न हो, तो आगे जाकर रेटिना डिटैचमेंट भी हो सकता है। कुछ मामलों में चमकीली रोशनी यानी फ्लैशेस के साथ नए फ्लोटर्स उत्पन्न होने लगते हैं या नजर के एक हिस्से में अंधेरा सा हो जाता है।

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इलाज

इस समस्या से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है इस समस्या का सही समय पर पता चल जाना । कई बार इस बीमारी का इलाज इसकी असली अवस्था पर निर्भर करता है। हांलाकि यह रोग नुकसानदायक नहीं होते हैं लेकिन फिर बी अगर इसका सबही समय़ पर इलाज नहीं किया जाए तो यह रोग काफी कष्टदायक हो सकता है। आपको इस बीमारी के कारण अपने रोज के कामों को करने में भी परेशानी झेलनी पड़ सकती है। अगर आपको कभी भी अपनी आंखों में रोशनी से संबंधित कोई परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर आपको सीधे करेक्शन सर्जरी करवाने की सलाह देते हैं। इस सर्जरी के बारे में आप सोच सकते हैं, यह आपके लिए किसी भी तरह से नुकसानदायक नहीं होगा।

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