चाहते हैं आपका नन्हा फरिश्ता भी छू लें आसमां तो, थोड़ी मेहनत भई आपको भी करनी पड़ेगी

अपका बच्चा जितना छोटा होगा आपको उसका ध्यान भी उतना ही रखना पड़ेगा। छोटे बच्चों के साथ आपको बहुत ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ती है। बच्चे को स्वस्थ्य रखने के लिए आपको उनकी इतनी केयर करनी पड़ती है जो शायद आपने कभी सोची भी न हो। बच्चा जब बड़ा होने लगता है तो उसके विकास के अनुसार चीजें भी बदलने लगती है। उसके पोषक तत्वों की अधिक और भिन्न आवश्यकता होने लगती है। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप पने छोटे से बच्चे की देखभाल करें।

नन्हा फरिश्ता

दाल

बच्चे को उसकी उम्र के अनुसार ही प्रोटीन दिया जाए तो वह ही ठीक रहता है। प्रोटीन में सोयाबीन,मटर,राजमा,दाल और सफेद छोले में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है।

संतरा

संतरे में विटामिन सी के साथ पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम भी होता है। जिन बच्चों को लैक्टोज इंटोलरेंस की समस्या होती है उन्हें संतरे के जूस का सेवन कराया जा सकता है। इससे शरीर को कैल्शियम अवशोषित करने में मदद मिलती है।

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नट्स

 नट्स में कैल्शियम के साथ स्वस्थ फैट भी होते हैं जो बच्चों के पैर मजबूत बनाने में मददगार होता है। नटस् का सेवन बच्चे को पाउडर की तरह किया जा सकता है।

डेयरी प्रोडक्ट

 दूध, दही, पनीर जैसे कई डेयरी प्रोडक्ट बच्चे की डाइट का अहम हिस्सा होने चाहिए। इन खाद्य पदार्थों में उच्च मात्रा में कैल्शियम होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके साथ ही डेयरी प्रोडक्ट में प्रोटीन होता है जो मांसपेशियों की ग्रोथ में मददगार होता है।

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सब्जियां

मजबूत पैरों के लिए बच्चे की डाइट में सब्जियों को शामिल करना जरुरी होता है। सब्जियां कैल्शियम और फाइबर का स्त्रोत होती हैं। इसके लिए बच्चे को पालक, शकरकंद, ब्रोकली का सेवन कराएं। अगर आपका बच्चा सब्जी नहीं खाता है तो इनका सूप का प्यूरी बनाकर सेवन कराएं।

 

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