
रिपोर्ट– विनीत त्यागी
रुड़की। मंगलौर से उत्तराखंड का प्रवेश द्वार शुरू हो जाता हैं लेकिन मंगलौर से लेकर हरिद्वार तक लगभग 39 किलोमीटर का राष्ट्रीय राजमार्ग 58 का बाईपास निर्माण कार्य आज तक पूरा नहीं हुआ हैं। बीते वर्ष 2010 में शुरू हुआ हाइवे 58 बाईपास का निर्माण अभी तक अधूरा पड़ा हुआ हैं।
पिछले एक साल से एनएच 58 बाईपास का काम पूरी तरह से बंद पड़ा हैं जिससे हरिद्वार मे आने वाले यात्रियो को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं वही दिल्ली हरिद्वार एनएच 58 की हालत खस्ता बनी हुई हैं मंगलौर से लेकर रुड़की तक दस किमी का हाइवे गड्डो मे तब्दील हो चुका हैं।
हाइवे मे गड्डे होने से आए दिन स्थानीय लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे है। वही दिल्ली ,पंजाब और उत्तर प्रदेश जैसी जगहों से हजारो की संख्या मे हर रोज पर्यटक तीर्थनगरी हरिद्वार पहुँचते हैं वही उत्तराखंड सरकार पर्यटको को बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित कर अच्छी सुविधा देने की बात कह रही हैं लेकिन हक़ीक़त मे कुछ ओर ही दिखाई दे रही हैं।
वही कंट्रक्शन कंपनी पर भी कोई असर नही पड़ रहा हैं और सरकार से लेकर मंत्री भी बाईपास हाइवे पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। वही अब हाईकोर्ट ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय को राष्ट्रीय राजमार्ग 58 के निर्माण मे विलंब करने को दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने आदेश दिये हैं और सिम्बर 2019 तक लंबित पड़े निर्माण कार्य को पूरा करने के सख्त आदेश दिये है।
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वहीं हाईकोर्ट के आदेश के बाद जल्द निर्माण कार्य पूरा करने को लेकर स्थानीय लोगो ने भी आभार जताया हैं स्थानीय लोगो का कहना हैं कि बाईपास का निर्माण कार्य पूरा होने से शहरवासियों को भी जाम की समस्या से निजात मिलेगी और बाहर से आने वाले यात्रियो को रुड़की मे जाम जैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।