रातों रात तैयार हो गया तालाब, दिन के उजाले में नजर आई खामियां

रिपोर्ट-अम्बरीश शर्मा

धार मध्यप्रदेश ग्राम पंचायत सोनगढ़ में रात के अंधेरे में एक तलाब का निर्माण किया गया। मानसून के मौसम को देखते हुए सरकार ने जगह-जगह पर छोटे तलाबों का निर्माण करना शुरू कर दिया है। इन तलाबों के निर्माण में लाखों रुपये की लागत आ रही है।

तालाब

इन दिनों ग्रामीण यात्री की सेवा संभाग धार एवं ग्राम पंचायतों के द्वारा बारिश के पानी के संग्रहण के उद्देश्य से शासन के निर्देशानुसार जगह-जगह छोटे-बड़े तालाबों का लाखों रुपये की लागत से निर्माण किया जा रहा हैं।  लेकिन कहते हैं कि एक पापी पूरी नैया को डूबा देता है। सरदारपुर जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सोनगढ़ भी चंद फोटोछाप नेताओं के कारण इस कहावत को चरितार्थ करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

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ग्राम पंचायत सोनगढ़ के पोवडली वाला माल मडींग वाली नाकी पर लगभग 14 लाख 95 हजार की लागत से मनरेगा के तहत तालाब निर्माण किया जाना था। ताकि गरीब ग्रामीणों को रोजगार एवं किसानों को सिंचाई हेतु पर्याप्त जल मिल सके। लेकिन इस तालाब को सरपंच, उपसरपंच, सचिव एवं छुटभैया नेताओं ने रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन से घटिया तालाब निर्माण कर डाला और आब फर्जी जॉब कार्डधारकों के मास्टर चलाकर रुपयों का आहरण करने की तैयारी होने लगी है। पूरे मामले को लेकर ग्रामीण मुकेश जमादारी ने कलेक्टर, एसडीएम,तहसीलदार तथा सीईओ को अवगत कराते हुए तालाब की निष्पक्षता से जांच करने तथा रुपयों के आहरण पर रोक लगाने की मांग की है। पूरे मामले को लेकर जिले के अधिकारियों ने बताया कि इस विभाग में ठेकेदारी प्रणाली नही है। जेसीबी से मनरेगा के तहत कार्य प्रतिबंधित है। जल्द ही मामले की जांच होगी।

 

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