सीएम योगी के टोपी न पहनने पर गरमाई सियासत, आरएसएस प्रचारक ने मौलानाओं को दे डाली अलग ही सलाह
राजेंद्र सोनी
वैसे तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी कट्टर हिंदूवादी छवि को लेकर आये दिन चर्चा में बने रहते हैं। वहीँ अब मगहर में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कबीर टोपी ना पहनने पर सियासत शुरू हो गई है।
कबीर टोपी को लेकर RSS प्रचारक इंद्रेश ने मौलानाओं पर ही निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में टोपी को लेकर भ्रांतियां फैली हुई है। सफेद टोपी को लोग इस्लाम और रसूल का प्रतीक समझते है।
देश और दुनिया में जो भी मौलाना या इमाम है, उनको रसूल को मानना है, इस्लाम के रास्ते पर जाना है। उनको भी जाफरानी इमामा, जिसको भारत में केसरिया साफा कहते हैं, उसे पहनना चाहिए।
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योगी जी पहले से ही उसे पहनते हैं मुझे ये लगता है कि योगी जी रसूल के रास्ते पर हैं और मौलाना इमामों ने रसूल का रास्ता छोड़ दिया है।
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बता दें RSS प्रचारक इंद्रेश कबीर जयंती के समारोह में शिरकत करने कबीर मठ जीयनपुर अयोध्या पहुँचे थे।
क्या था पूरा मामला
सीएम योगी कबीर की मजार पर पहुंचे थे। वहां संरक्षक ने उन्हें टोपी पहनाने की कोशिश की, तो योगी ने मुस्कुराते हुए उनका हाथ पकड़ लिया और इशारे में मना कर दिया। बाद में उन्हें टोपी हाथ में लेने को कहा तो उन्होंने उससे भी इनकार कर दिया। इसके बाद योगी इंतजामों के बारे में पूछने लगे।
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