
रिपोर्ट- राजेश सोनी
हमीरपुर। उत्तरप्रदेश में अवैध खनन को योगी सरकार की हनक भी नहीं रोक पा रही है। हालात ये है कि खनन व राजस्व विभाग का भी आशीर्वाद होने से धंधेबाज मस्त हैं। स्थिति यह है कि लाखों रुपये प्रति माह सरकारी राजस्व को हानि पहुंचाने वाले इस अवैध धंधे के खिलाफ उठने वाली आवाज को पुलिस अपने शान में गुस्ताखी मानती है।
दरअसल हमीरपुर में धड़ल्ले से अवैध खनन जारी है। जिला प्रशासन और खनिज विभाग के संरक्षण में अवैध खनन हो रहा है। हमीरपुर जिले की बेतवा और केन नदी में अवैध खनन जारी है। जनपद में 23 खनन के पट्टे हुए हैं। हमीरपुर में 5 खनन के पट्टों की आड़ में अवैध मौरंग खनन का काला कारोबार हो रहा है।
पूरा मामला हमीरपुर के सिसोलर थाना क्षेत्र बक्छा के में अवैध खनन हो रहा है। ये अवैध खनन जी. सीताराम राठी के नाम हुआ है। उन्हीं के नाम पर 12.45 हेक्टेयर का पट्टा है। इस पट्टे की आड़ में खनन माफिया देवेंद्र सिंह अवैध खनन कर रहा है। 6 लिफ्टर और एक दर्जन पोकलैंड मशीन लगाकर किया अवैध खनन जा रहा है।
आपको बता दें कि जिला प्रशासन सहित खनिज विभाग को अवैध खनन की जानकारी है। माफिया मोटी कमाई के चलते अवैध खनन करते हैं।
यह भी पढ़ें-‘मुख्यमंत्रियों के कब्रिस्तान’ में पीएम मोदी को बुलावा दे रहे सिद्धारमैया, जाने क्या है पूरा माजरा
इसके अलावा मध्यप्रदेश के भिंड मुरैना की कंपनी चौधरी ट्रेडर्स जलालपुर थाना क्षेत्र के भेड़ी खरका में अवैध खनन कर रही है। जिले में जलालपुर, ललपुरा, कुरारा, सिसोलर और हमीरपुर सदर कोतवाली के अंतर्गत अवैध खनन चल रहा है।
यह भी पढ़ें-गवर्नर के सामने येदियुरप्पा ने ठोंका सरकार बनाने का दावा, कल लेंगे शपथ!
गौरतलब है कि पोकलैंड और लिफ्टर पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं। सुप्रीम कोर्ट के बावजूद भी लिफ्टर और पोकलैंड जैसी मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है। दिन और रात धड़ल्ले से अवैध खनन होता है। NGT के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
देखें विडियो-