पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में भड़की हिंसा, दस की मौत, गृहमंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
कोलकाता| पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के शुरुआती घंटों में छिटपुट हिंसा और विपक्षी राजनीतिक दलों के बीच संघर्ष की खबरें हैं। राज्य के निकाय चुनाव के लिए मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक जारी रहा।
मतदान के दौरान बड़े पैमाने पर हुई हिंसा में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 50 अन्य घायल हो गए। दोपहर 3 बजे तक 56 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है।
राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के मुताबिक, सुबह 11 बजे तक राज्य में 26.28 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है।
कई इलाकों से बम धमाके, मारपीट, मतदान पेटी जलाने, बैलेट पेपर फेंकने और मारपीट जैसी हिंसक घटनाओं की खबरें आ रही हैं।
दक्षिण 24 परगना, पश्चिम मेदिनीपुर और कूच बिहार जिलों में मतदान केंद्रों पर छिटपुट हिंसा और बूथ पर कब्जा करने की खबरें हैं।
पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा में अब तक कुल 5 लोगों की मौत हो गई है। दक्षिण 24 परगना जिले में 3, मुर्शिदाबाद में 1 और उत्तर 24 परगना जिले में 1 व्यक्ति की मौत हुई है। मरने वालों में 3 सीपीएम कार्यकर्ता, 1 टीएमसी और 1 बीजेपी कार्यकर्ता की मौत हुई है।
दक्षिण 24 परगना के ‘भांगर द जोमी, जिबिका बास्तुतंत्रा ओ परिबेश रक्षा समिति’ ने तृणमूल कांग्रेस के हथियारबंद शरारती तत्वों पर उनके पंचायत समिति के उम्मीदवार सरीफुल मलिक को अगवा करने और मतदाताओं को डराने का आरोप लगाया है।
इस समिति का गठन भूमि, आजीविका, पारिस्थितिकी और पर्यावरण की सुरक्षा करने के लिए किया गया था और इसने ग्रामीण चुनाव में अपने नौ निर्दलयी उम्मीदवार उतारे थे।
समिति ने पुलिस पर फर्जी वोट करने में शामिल शरारती तत्वों के खिलाफ कदम नहीं उठाने और तृणमूल कांग्रेस के नेता अराबुल इस्लाम के लोगों का समर्थन करने का भी आरोप लगाया, जिसे हत्या के एक कथित मामले में तीन दिन पहले गिरफ्तार किया गया था।जिले के नामखाना और अन्य क्षेत्रों में भी संघर्ष की खबरें हैं।
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उत्तरी बंगाल के जलपाईगुड़ी में उत्तरी बंगाल के विकास प्रभारी रबिंद्रनाथ घोष पर भाजपा के एक चुनाव एजेंट को थप्पड़ मारने और उसे मतदान परिसर से बाहर धकेलने का आरोप है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में जलपाईगुड़ी मजिस्ट्रेट से रिपोर्ट मांगी है। हालांकि, मंत्री ने इस तरह के आरोपों को नकार दिया है।
पूर्वी मिदनापुर जिले के पन्सकुरा और पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के केशपुर में भी हिंसा की खबरें हैं, जहां मतदान केंद्रों के बाहर हथियारबंद शरारती तत्व इकट्ठा हो गए और मतदाताओं की पिटाई की।
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चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में अनुमान जताया गया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इन चुनाव में वाममोर्चे और कांग्रेस को पीछे छोड़ देगी और तृणमूल के समक्ष मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी के तौर पर उभरकर सामने आएगी।
आंकड़ों से पता चलता है कि पंचायत चुनाव में कुल 58,692 सीटों में से 20,076 सीटों पर पहले ही निर्विरोध उम्मीदवार चुन लिए गए हैं।
सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य निर्वाचन आयोग से निर्विरोध जीतने वाले उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट जारी नहीं करने को कहा है।
राज्य निर्वाचन आयोग का कहना है कि चुनाव के लिए सुरक्षा के सभी इंतजाम हो चुके हैं। लगभग 71,500 सशस्त्र सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।